सत्ताधीश: खेत के पगडंडियों से सत्ता के सर्वोच्च शिखर तक का सफर | लालू यादव के बारे में 10 रोचक जानकारी

रिपोर्ट: रंजन अभिषेक, संवाददाता, दिल्ली

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (31 जुलाई 2023): बिहार की सियासत का सबसे बड़े सत्ताधीश हैं लालू प्रसाद यादव। लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक दौर में लालू प्रसाद भारत की राजनीति के ‘किंगमेकर’ कहे जाते थे। दिल्ली के सत्ता तक की गाड़ी लालू प्रसाद यादव के दरवाजे से ही गुजरती थी। लालू राज्य और संसद दोनों में ऊंचे पदों पर आसीन हुए।

लालू की जीवनी

लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया क्षेत्र में कुंदन राय के घर हुआ था। प्राथमिक शिक्षा उन्होंने स्थानीय स्कूल से ग्रहण की और उच्च शिक्षा के लिए पटना रवाना हो गए। लालू यादव ने पटना से स्नातक और कानून की पढ़ाई पूरी की।

साल 1973 में 1जून को लालू प्रसाद यादव ने राबड़ी देवी से शादी की, इस जोड़े ने 9 बच्चे को जन्म दिया जिसमें सात बेटियां और दो बेटे हैं। उनकी बेटियां मिशा भारती, रोहिणी आचार्य यादव, चंदा यादव, रागिनी यादव, धन्नू, हेमा यादव और राजलक्ष्मी यादव हैं। वहीं बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव हैं।

10 रोचक बातें

• लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया गांव में हुआ।

• लालू प्रसाद यादव बचपन के दिनों में गांव में भैंस चराया करते थे और उसके चारे की व्यवस्था करते थे।

• लालू प्रसाद यादव को बिहार का प्रमुख व्यंजन लिट्टी-चोखा तथा सत्तू खाना बेहद पसंद है।

• लालू ने पटना के बीएन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई के समय ही राजनीति में आ गए थे।

• 2003 में बिहार के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई जिसके बाद लालू यादव ने कहा कि इतना पानी तो मेरी पाड़ी (भैंस का बच्चा) एक बार में पी जाती है।

• लालू प्रसाद यादव अपने संबोधन और भाषणों में अक्सर देहाती भाषा और शब्दों का प्रयोग करते हैं, देश ही नहीं विदेशों में भी लोग लालू के इस तरह बोलने पर फिदा हैं।

• साल 2005 में लालू केंद्र की सत्ता में यूपीए सरकार आने के बाद रेल मंत्री बने थे। इस दौरान उन्होंने रेलवे में तथा रेलवे स्टेशनों पर चाय मिट्टी के बर्तन में बेचना अनिवार्य कर दिया था, जिसके बाद रेलवे तथा कुल्हड़ बनाने वाले को काफी कमाई हुई थी। इतना ही नहीं उन्होंने अपने कार्यकाल में रेल का किराया नहीं बढ़ाया था।

• लालू ने एकबार अपने चुनावी सभा में कहा था कि बिहार की सड़कों को फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी की गाल की तरह बना देंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि सभी यादवों के दरवाजे पर गाय -भैंस होगी और जब मैं यहां आऊंगा तो मुझे दूध- दही खिलाना।

• साल 2002 में बिहार में एक बहुत प्रचलित कहावत कहा गया था कि ‘जब तक रहेगा समोसे में आलू, तब तक रहेगा बिहार में लालू।’

• 3 अक्टूबर 2013 को चारा घोटाले मामले में सीबीआई कोर्ट द्वारा सजा सुनाने वाले जज पीके सिंह कॉलेज के दिनों में लालू यादव के जूनियर रह चुके हैं।

• साल 2000 में जब झारखंड बिहार से अलग हो रहा था तब लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि झारखंड राज्य मेरी मौत के बाद ही बनेगा।।