टेन न्यूज नेटवर्क
दिल्ली (30 जुलाई 2023): दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव देश का सबसे बड़ा छात्र संघ चुनाव माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहां से जीते हुए युवाओं के लिए भारतीय राजनीति के बड़े दरवाजे खुल जाते हैं। यही वजह है कि चुनावी मुकाबला छात्रों के बीच काफी दिलचस्प होता है, लेकिन कोरोना महामारी में बीते 3 सालों से दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे थे, अंतिम चुनाव 2019 में हुआ था जिसमें ABVP की तरफ से 3 सीटें और NSUI की तरफ से 1 सीट पर जीत दर्ज हुई थी। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार यानी 2023 में दिल्ली छात्र संघ चुनाव होगा और जल्द ही इसके तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट की बनाई लिंगदोह कमिटी की सिफारिशों के तहत स्टूडेंट्स यूनियन के चुनाव सेशन शुरू होने के 6 से 8 हफ्ते के अंदर हो जाने चाहिए।
देश में कोरोना महामारी से पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी में साल 2019 में छात्रसंघ का चुनाव हुआ था। इस चुनाव में तीन पद एबीवीपी ने जीती थी। वहीं एक पद पर कांग्रेस के छात्र संगठन भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) को जीत मिली थी। इसके बाद से अभी तक डीयू में छात्र संघ का चुनाव नहीं हुआ है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में हर साल चार पदों के लिए छात्रसंघ का चुनाव होता है। चार पद कुछ इस प्रकार हैं- अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव। इन चार पद के लिए एबीवीपी, एनएसयूआई जोर-शोर से छात्रों को अपनी और खींचने के लिए तमाम कोशिश करते हैं।
साल 1974 में अरुण जेटली DUSU के अध्यक्ष बने थे। इनका तीन साल तक कार्यकाल रहा। इस दौरान आपातकाल लगा था, जिसके चलते डीयू में छात्र संघ का चुनाव नहीं हो पाया था। इसके बाद एबीवीपी के अक्षित दहिया हैं, जो साल 2019 में DUSU अध्यक्ष रहे। कोरोना के कारण चुनाव नहीं होने से इनका तीन साल का कार्यकाल रहा है।।