टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली (26 जुलाई 2023): देश आज कारगिल विजय दिवस मना रहा है, सैनिकों की शौर्य की गाथा पूरे हिंदुस्तान में गाई जा रही है। लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली के जंतर मंतर पर लगभग 150 दिनों से देश के पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर भारी बारिश और गर्मी के बीच डटे हुए हैं। पूर्व सैनिकों की मांग है कि वन रैंक वन पेंशन को सरकार लागू करे।
दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठे सैनिकों से आज टेन न्यूज संवाददाता कमल ने बातचीत की। उनसे पूछा कि आज देश में कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन आपका विजय कब होगा? सैनिकों ने कहा कि हम सारे सैनिक डेढ़ सौ दिनों से धरने पर बैठे हैं लेकिन हमारी मांगों को अभी तक नजरअंदाज किया जा रहा है।
सैनिकों ने कहा कि चुनाव से पहले सारी पार्टियां सैनिकों की बात करती है लेकिन सत्ता पाने के बाद लोग हमे भूल गए। पूर्व सैनिक सूबेदार रमेश चंद्र ने कहा कि हमलोग 150 दिनों से जंतर मंतर पर बैठे हैं लेकिन हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है। आज कारगिल विजय दिवस पर पीएम मोदी और रक्षा मंत्री बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं लेकिन हमलोग के बारे में नहीं बोलते।
सूबेदार रमेश चंद्र ने कहा कि सारे सैनिक ने केंद्र में बीजेपी की सरकार बनाई है और इस बार 2024 चुनाव तक अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो हमलोग सरकार के खिलाफ मतदान करने का काम करेंगे। आज वीर सैनिकों की बात हो रही है लेकिन शहीद हुए सैनिक की विधवा पत्नी की सुध लेने वाला आज कोई नहीं है।
आपको बता दें कि दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के पूर्व सैनिक लगभग 150 दिनों से धरने पर बैठे हैं। वन रैंक वन पेंशन (OROP) में विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिकों का प्रदर्शन जारी है। पिछले डेढ़ सौ दिनों में कई बार देश के अलग-अलग राज्यों से आए सैनिकों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़ा आंदोलन भी किया है लेकिन अभी तक उनकी मांगों को नहीं माना गया है।।