टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली (24 जुलाई 2023): संसद के मानसून सत्र में लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी है। पिछले 2 दिनों से मणिपुर हिंसा को लेकर विरोध के चलते सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल रही है। विपक्ष के तरफ से मांग किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में मणिपुर पर जवाब दें।
वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि सरकार मणिपुर में हो रही हिंसा पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष अपने एजेंडे के तहत सदन को नहीं चलने दे रही है। विपक्ष एजेंडा तय कर आया है कि किसी तरीके से सदन की कार्यवाही को बाधित किया जाए।
आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष के तमाम सांसदों ने हाथों में प्लेकार्ड और पोस्टर लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मणिपुर हिंसा पर दोनों सदनों में जवाब दें।
विरोध प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस पार्टी से सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री को संसद के दोनों सदनों में एक व्यापक वक्तव्य देना चाहिए। उन्हें लोकसभा और राज्यसभा में प्रासंगिक स्थगन नियमों के तहत चर्चा का पालन करना चाहिए। हमारे प्रदर्शन की यही मांग है।
वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस मणिपुर वायरल वीडियो पर पूरा देश पीड़ा व्यक्त कर रहा है। हम हाथ जोड़ कर कह रहे हैं कि विपक्ष इस विषय पर चर्चा करे और हम इससे कुछ निष्कर्ष निकालेंगे। हम ये नहीं समझ पा रहे हैं कि विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रही हैं। उनकी क्या सोच है, ये समझ नहीं आ रहा है। हम आज भी मांग करते हैं कि आप इस पर चर्चा कीजिए। ये बहुत संवेदनशील मामला है।
मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार के तरफ से प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए ऐसा विपक्ष कह रही है और इन्हीं सवालों को लेकर सदन के मानसून सत्र पिछले 2 दिनों से नहीं चल रहा है। जनता की उम्मीदों से भरे सदन में चर्चा के लिए भले ही सत्र रखा जाता है लेकिन हर बार सत्र सिर्फ हंगामे की भेंट हीं चढ़ता है।।