टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (23 जुलाई 2023): इस साल के जून महीने तक 87 हजार से अधिक भारतीयों ने देश की नागरिकता छोड़ दी है। इस बात की जानकारी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि इस साल जून तक 87,026 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 2011 से अब तक 17.50 लाख से अधिक लोगों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी है।
विदेश मंत्री ने बताया कि 2022 में 2,25,620 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी। जबकि 2021 में उनकी संख्या 1,63,370 थी और 2020 में 85,256 थी। तो वहीं 2019 में 1,44,017, 2018 में 1,34,561, 2017 में 1,33,049, 2016 में 1,41,603 भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी। इसके अलावा 2015 में 1,31,489 और 2014 में 1,29,328 ने भारतीयों ने नागरिकता छोड़ दी है।
विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले दो दशक में वैश्विक कार्यस्थल की तलाश करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या अहम रही है। उनमें से कई भारतीयों ने व्यक्तिगत सुविधा को ध्यान में रखते हुए विदेशी नागरिकता लेने का विकल्प चुना है। यह स्वीकार करते हुए कि विदेशों में भारतीय समुदाय राष्ट्र के लिए एक संपत्ति है, सरकार प्रवासी भारतीयों के साथ अपने जुड़ाव में परिवर्तनकारी बदलाव लेकर आई है।
उन्होंने आगे कहा कि एक सफल, समृद्ध और प्रभावशाली प्रवासी भारत के लिए फायदेमंद है और हमारा दृष्टिकोण प्रवासी नेटवर्क का दोहन करना और राष्ट्रीय लाभ के लिए इसकी प्रतिष्ठा का उपयोग करना है।।