टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (06 जुलाई 2023): इंडोनेशिया में रह रहे दिग्गज उद्यमी एवं कवि, NRI आशीष शर्मा से टेन न्यूज की टीम ने खास बातचीत की। आशीष शर्मा कई क्षेत्रों में शानदार कामयाबी हासिल कर चुके हैं। इंडोनेशिया में NRI आशीष शर्मा एक जाने माने कवि, लेखक , गायक, समाजसेवी, उद्यमी एवं देश प्रेमी है। इन्होंने कई किताबें लिखी है। कई साहित्यिक, सामाजिक देशभक्ति के कार्यक्रमों का बेहतरीन संचालन किया है, साथ ही टेन न्यूज लाइव के कार्यक्रमों में भी कई बार भाग ले चुके हैं। आशीष शर्मा इन दिनों भारत भ्रमण पर दिल्ली में हैं और अपनी धर्मपत्नी योगिता शर्मा एवं सुपुत्र अभीलक्ष शर्मा लक्षि (ASL) के साथ भारत का भ्रमण कर रहे हैं।
टेन न्यूज से खास बातचीत में अशीष शर्मा ने बताया कि इंडोनेशिया में भारत को लेकर बहुत अच्छी छवि बनी हुई है। वहां के लोग भारतीय संस्कृति , भारतीय सिनेमा को देखना बहुत पसंद करते हैं। इंडोनेशिया में शाहरुख खान को लोग बहुत पसंद करते है। साथ ही हर तरह से लोग भारत को पसंद करते हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि इंडोनेशिया के साथ- साथ पूरे विश्व में बहुत अच्छी है। मैं दो बार नरेंद्र मोदी जी से मिला हूं 2018 में जकार्ता में और 2022 में बाली में तो उन्हे सुना और उनसे मिला भी हूं। उनसे मिलकर बहुत अच्छा लगता है। उनकी बातें बहुत प्रोत्साहित करती है। वो भारत को एक नई दिशा और नई ऊंचाइयों तक लेकर जा रहे हैं, जिसकी वजह से आज की तारीख में भारत की छवि बहुत ही सुदृढ़ बनी है।
अपने किताब ‘कुछ माणिक तुम्हारे , कुछ नीलम हमारे’ को लेकर उन्होंने बताया कि ये मेरी और योगिता की ज्वाइंट किताब है। इससे पहले मेरी तीन किताबें आई थी, पल्स फ्रॉम द ओसियन ऑफ हार्ट , डायमंड फ्रॉम द माइंड ऑफ माइन और एमरल्ड कार्व्ड विथ थॉट इन सब में मेरी रचनाओं को योगिता ने हिंदी में ट्रांसलेट किया था। मगर ये पहली किताब है जिसमे योगिता की भी रचनाएं हैं। मुख्यतः ये योगिता की ही पुस्तक है मैने इसमें भाग लिया है। योगिता शर्मा ने टेन न्यूज से बातचीत में कहा कि इंडोनेशिया में तो अच्छा लगता है लेकिन जो हमारी भारतीय संस्कृति है यहां की मिट्टी से लगाव है। यहां के लोगों को बहुत मिस करते हैं और जब भी यहां से जाते हैं तो यहां की खुशबू जरूर ले जाते हैं।
वहां भी उस खुशबू को जीवित रखने का पूरी कोशिश करते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम करते है , भारतीय त्योहार मनाते है पूरी कोशिश रहती है की अपनी संस्कृति बच्चों में भी जीवित रहे। अपनी किताब के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरी किताब से मेरी साहित्यिक जीवन का आगाज हुआ है। इसका श्रेय मैं दो हस्तियों को देना चाहूंगी पहली सविता भट्टी जी जो मुझे हमेशा प्रभावित करती है और दूसरे आशीष शर्मा क्योंकि इन्ही की बुक को ट्रांसलेट करते करते मेरे इस हुनर की पहचान हुई। मुझे उम्मीद है की मेरी किताब पाठकों को पसंद आएगी।
अभिलक्ष शर्मा ने टेन न्यूज़ को बताया कि मैं रहता भले ही इंडोनेशिया में हूं लेकिन मेरा दिल हिंदुस्तानी ही रहेगा। मैं जब भी भारत आता हूं मुझे बहुत अच्छा लगता है। यहां कई तरह के विकास हो रहे हैं, वो देखना अच्छा लगता है। मेरे नए गाने भी आए हैं 5 गाने पहले ही रिलीज हो चुके है। 3 गाने मेरे खुद के यूट्यूब चैनल पर भी रिलीज हुए हैं और 2 पंजाबी हिंदी गाने भी आए है। मेरी पूरी कोशिश रहती है की मैं पंजाबी हिंदी गाने ही करूं।
आगे अशीष शर्मा ने अपने अपकमिंग प्लान के बारे में बताया कि फिलहाल अभिलक्ष के 5 गाने रिलीज हो चुके हैं और 3 नए गाने रिकॉर्ड किए है। उन्होंने बताया की मैने 2021 में एक रिकॉर्ड भी कायम किया है “100 कविताएं 100 दिन में ” पर्यावरण पर जो की वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड से है। अगले साल उन कविताओं का बुक लॉन्च करेंगे। उसके अलावा मोदी जी के सम्मान में मैने एक गाना अपनी आवाज में रिकॉर्ड किया है।
“जहां धरती अंबर है मिलते वहां, अदभुत लाली छाई है,
वो काले बदरा रास्ता रोक सूरज की सवारी आई है,
वो काले मेघा रास्ता रोक मोदी की सवारी आई है।”
ये कुछ पंक्तियां गुनगुनाते रहिए और पूरी कविता का इंतजार कीजिए। अशीष शर्मा और उनका परिवार एक सच्चे देश प्रेमी का उदाहरण है। इतने लंबे अरसे से विदेश में रहते हुए भी देश की संस्कृति , परंपरा और देश की मिट्टी से हमेशा जुड़े रहे हैं।।