टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (28 जून 2023): बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और प्रसिद्ध कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आए दिन कभी अपने दिव्य शक्ति को लेकर तो कभी कथा और कभी अपने बयानों को लेकर मीडिया के सुर्खियों में रहते हैं। ठीक वैसे ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विवादों से भी पुराना और अटूट संबंध है। अपने बयानों को लेकर भी वो सुर्खियों में छाए रहते हैं।
ये हैं पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जुड़े कुछ विवाद
बीते दिनों हिंदी फिल्म अभिनेता शाहरुख खान की एक फिल्म आई, फिल्म का नाम ‘पठान’ है। फिल्म रिलीज से पहले काफी विवादों में घिरी रही। इस दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शाहरुख खान की पठान मूवी के बायकॉट की बात करते हुए कहा कि ‘तुम्हें सौगंध है, पूरे भारत के लोगों । तुम्हें शपथ है, जो सनातन का विरोध करे, चाहे वो नेता हो या अभिनेता हो। देखो तुम लोगों ने एक अभिनेता की फिल्म बायकॉट की थी, तो सारे कलावा बांधने लगे, तिलक लगाने लगे। मंदिर जाने लगे, वो भी जिनके नाम के पीछे K.H.A.N मतलब ‘खान’ लिखा है। आज शपथ लो, दोनों हाथ उठाकर ऐसे लोगों की फिल्म नहीं देखेंगे’। जिसके बाद बाबा काफी विवादों में घिर गए थे।
अप्रैल, 2022 में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में ये हिंदू समुदाय के लोगों को बुलडोज़र ख़रीदने कहते दिख रहे हैं।हथियार उठाने की बात करते दिख रहे हैं, और भी बहुत कुछ बोलते दिखे। ” जो तुम्हारे घर पर पत्थर फेंके, उसके घर JCB लेकर चलो, क्योंकि भारत सनातनियों का है। अगर सनातनियों के देश में राम की यात्रा पर रामनवमी पर कोई पत्थर मारे… बुजदिलों, कायरों जग जाओ। सब हिंदुओं अपने हाथ में हथियार उठा लो और कह दो हम सब हिंदू एक हैं।”
मई, 2022 में धीरेंद्र शास्त्री का एक और वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो उनके ‘अछूत’ शब्द बोलने से जुड़ा था। वीडियो में धीरेंद्र शास्त्री किसी शख्स को पास बुला रहे थे, जब उस शख्स ने उनके पैर छूने की कोशिश की तो धीरेंद्र शास्त्री उसे रोक देते हैं। वीडियो में 25 सेकेंड तक का हिस्सा वायरल हुआ। इस हिस्से में धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं,”आइए आप हैं जीवन… आइए, आइए। बस-बस छूना नहीं हमें, अछूत आदमी हैं हम।”
ऐसे ही एकबार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री साईं बाबा को लेकर बोले कि ” साईं बाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं लेकिन भगवान नहीं हो सकते हैं।” उनकी पूजा किये जाने पर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि “बोलना नहीं चाहता क्योंकि विवाद खड़ा हो जाता है लेकिन बोलना भी जरूरी है कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता है। अगर हम शंकराचार्य जैसा सेटअप कर लें तो क्या हम शंकराचार्य बन जायेंगे? नहीं बन सकते हैं, संत संत हैं और भगवान, भगवान हैं।”
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जुड़ा मौजूदा विवाद प्रोफेसर श्याम मानव के नेतृत्व वाली ‘अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति’ द्वारा नागपुर में अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाने के बाद शुरू हुआ, जहां वह इस महीने की शुरुआत में ‘रामकथा दरबार’ आयोजित कर रहे थे। महाराष्ट्र स्थित अंधविश्वास विरोधी संगठन ने उनके खिलाफ महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, दुष्ट और अघोरी प्रथाओं और काला जादू रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम, 2013 के तहत कार्रवाई की मांग की।समिति ने यह भी वादा किया कि यदि शास्त्री अपने “स्वतंत्र, निष्पक्ष पर्यवेक्षकों” के पैनल को अपनी चमत्कारी शक्तियों के बारे में आश्वस्त करने में सफल हो जाते हैं तो उन्हें 30 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। समिति ने आरोप लगाया कि चुनौती मिलने के बाद शास्त्री “नागपुर से भाग गए”।
तमाम विवादों के बावजूद बागेश्वर सरकार के रूप में प्रसिद्ध पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भक्तों , नेताओं, कलाकारों, संतों, महात्माओं पर अपना प्रभाव बनाये हुए हैं।
ज्ञात हो कि अगले महीने यानि जुलाई में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार ग्रेटर नोएडा में लगने वाला है। सभी भक्त बाबा के दर्शन के लिए अति उत्साहित हैं।।