टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (23/06/2023): पीएम मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री की संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा के परिणामस्वरूप रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज सहयोग जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिणाम सामने आए हैं। सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन और इनोवेशन पार्टनरशिप पर समझौता ज्ञापन न केवल अनुसंधान बल्कि व्यावसायिक अवसरों को भी बढ़ावा देगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नासा और इसरो 2023 के अंत तक मानव अंतरिक्ष उड़ान सहयोग के लिए एक रणनीतिक ढांचा विकसित करेंगे। एक संयुक्त भारत-अमेरिका क्वांटम समन्वय तंत्र भी उद्योग, शिक्षा और सरकार के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाने में मदद करेगा।
स्मृति ईरानी ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम टेक्नोलॉजीज के संयुक्त विकास और व्यवसायीकरण के लिए 2 मिलियन अमरीकी डालर का अनुदान कार्यक्रम शुरू किया गया। अमेरिका के दौरे के दौरान Diplomatic और strategic कई ऐसे निर्णय लिए गए, जो नव भारत के निर्माण में आत्मनिर्भर के संकल्प के साथ हमारे देश में हिंदुस्तानियों को आर्थिक उन्नति के नए अवसर प्रदान करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि एक ग्रह-समर्थक प्रधान मंत्री ने भारत-अमेरिका नई और उभरती नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी कार्रवाई मंच को साकार करने में मदद की है। इस प्लेटफ़ॉर्म के लॉन्च से ग्रीन हाइड्रोजन, अपतटीय और तटवर्ती पवन सहयोग में तेजी आएगी। भारत ने दुनिया के सबसे बड़े हरित हाइड्रोजन मिशन की घोषणा की है और यह मंच उसी महत्वाकांक्षा को पूरा करेगा। भारत अब खनिज सुरक्षा साझेदारी में सबसे नया भागीदार बन गया है जो विविध और टिकाऊ महत्वपूर्ण ऊर्जा खनिज आपूर्ति श्रृंखला के विकास में तेजी लाने में मदद करेगा। यह उस बड़े भारतीय एजेंडे का एक छोटा सा प्रतिबिंब है जिसे प्रधान सेवक ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान पूरा किया था। जैसा कि पीएम ने कहा, ‘यह संवाद और कूटनीति का युग है, जिसे सबसे पुराने लोकतंत्र ने संवाद और कूटनीति के माध्यम से एक बार फिर भारत के लोगों के लिए पेश किया है।’