टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (18 जून 2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के तहत देशवासियों को संबोधित किया। मन की बात कार्यक्रम का ये 102वां एपिसोड था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 2025 तक भारत का संकल्प टीबी मुक्त देश बनाने का है। इसके अलावा पीएम मोदी ने बिपरजॉय तूफान, योग और लोकतंत्र के बारे में जिक्र किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “आमतौर पर ‘मन की बात’ हर महीने के आखिरी रविवार को आपके पास आती है, लेकिन इस बार यह एक हफ्ते पहले हो रही है। आप सभी जानते हैं, मैं अगले हफ्ते अमेरिका में रहूंगा और वहां कार्यक्रम काफी व्यस्त होने वाला है, और इसलिए मैंने सोचा कि मैं जाने से पहले आपसे बात कर लूं, इससे बेहतर क्या हो सकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि “बहुत से लोग कहते हैं कि प्रधानमंत्री के रूप में मैंने कुछ अच्छा काम किया है, या कोई और महान काम किया है। मन की बात के अनेक श्रोता उनके पत्रों में प्रशंसा की बौछार करते हैं। कुछ कहते हैं कि एक विशेष कार्य किया गया था। अन्य अच्छी तरह से किए गए कार्य का उल्लेख करते हैं।”
पीएम ने कहा कि “अभी दो-तीन दिन पहले हमने देखा कि देश के पश्चिमी हिस्से में कितना बड़ा चक्रवात आया। तेज हवाएं, भारी बारिश। कच्छ में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने भारी तबाही मचाई है। लेकिन कच्छ के लोगों ने जिस साहस और तैयारी के साथ इतने खतरनाक चक्रवात का मुकाबला किया, वह भी उतना ही अभूतपूर्व है।” उन्होंने आगे कहा कि “कभी दो दशक पहले आए विनाशकारी भूकंप के बाद कच्छ को कभी न उबर पाने वाला कहा जाता था। आज वही जिला देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले जिलों में से एक है। मुझे विश्वास है कि कच्छ के लोग बिपरजॉय चक्रवात से हुई तबाही से तेजी से उभरेंगे।”
पीएम मोदी ने कहा कि “प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं है, लेकिन आपदा प्रबंधन की जो ताकत भारत ने वर्षों में विकसित की है, वह आज मिसाल बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है प्रकृति का संरक्षण। आजकल मानसून के समय में इस दिशा में हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है इसलिए आज देश ‘कैच द रेन’ जैसे सामूहिक प्रयास कर रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि “आखिरकार लोगों ने अपनी इस प्राकृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने का फैसला किया। लोगों के सामूहिक प्रयास से नीम नदी फिर से बहने लगी है। नदी के उद्गम स्थल, हेडवाटर को भी अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “भारत ने संकल्प किया है 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाने का। लक्ष्य बहुत बड़ा ज़रूर है। एक समय था जब टी.बी. का पता चलने के बाद परिवार के लोग ही दूर हो जाते थे, लेकिन ये आज का समय है, जब टी.बी. के मरीज को परिवार का सदस्य बनाकर उनकी मदद की जा रही है। जापान की तकनीक मियावाकी। अगर किसी जगह की मिट्टी उपजाऊ नहीं रही हो तो मियावाकी तकनीक उस क्षेत्र को फिर से हरा-भरा करने का बहुत अच्छा तरीका होती है।मियावाकी जंगल तेजी से फैलते हैं और दो-तीन दशक में जैव विविधता का केंद्र बन जाते हैं। अब इसका प्रसार बहुत तेजी से भारत के भी अलग-अलग हिस्सों में हो रहा है। आगे उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के लोगों ने एक कमाल कर दिखाया है। बारामूला में खेती-बाड़ी तो काफी समय से होती है, लेकिन यहां दूध की कमी रहती थी। बारामूला के लोगों ने इस चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने डेयरी का काम शुरू किया।”
पीएम मोदी ने कहा कि “आज, देश के अलग-अलग राज्यों में एक नए उत्साह के साथ खेलों के आयोजन होते हैं । इनसे खिलाड़ियों को खेलने, जीतने और हार से सीखने का मौका मिलता है। जैसे, अभी उत्तर प्रदेश में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम का आयोजन हुआ। इसमें युवाओं में खूब उत्साह और जोश देखने को मिला । इन खेलों में हमारे युवाओं ने ग्यारह रिकॉर्ड तोड़े हैं। इन खेलों में पंजाब यूनिवर्सिटी, अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और कर्नाटका की जैन यूनिवर्सिटी, मेडल टैली में पहले तीन स्थानों पर रही है। इस वर्ष योग दिवस की थीम है, योग फॉर वसुधैव कुटुम्बकम यानि ‘एक विश्व एक परिवार’ के रूप में सबके कल्याण के लिए योग। यह योग की उस भावना को व्यक्त करता है, जो सबको जोड़ने वाली और साथ लेकर चलने वाली है। हर बार की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने में योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि “अगर अब भी आप योग से नहीं जुड़े हैं तो आने वाली 21 जून, इस संकल्प के लिए बहुत बेहतरीन मौका है। योग में तो वैसे भी ज्यादा तामझाम की जरुरत ही नहीं होती है। देखिये, जब आप योग से जुड़ेंगे तो आपके जीवन में कितना बड़ा परिवर्तन आएगा। इस बार मुझे न्यूयॉर्क के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, UN में होने वाले योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिलेगा मैं, देख रहा हूँ, कि सोशल मीडिया पर भी, योग दिवस को लेकर गजब का उत्साह दिख रहा है। साथियो, मेरा आप सभी से आग्रह है कि आप, योग को अपने जीवन में जरुर अपनाएं, इसे, अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।”
पीएम ने कहा कि “20 जून को ऐतिहासिक रथयात्रा का दिन है। रथयात्रा की पूरी दुनिया में एक विशिष्ट पहचान है। देश के अलग-अलग राज्यों में बहुत धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है। ओडिशा के पुरी में होने वाली रथयात्रा तो अपने आप में अद्भुत होती है। जब मैं गुजरात में था तो मुझे अहमदाबाद में होने वाली विशाल रथयात्रा में शामिल होने का अवसर मिलता था। भारत लोकतंत्र की जननी है, मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। हम अपने लोकतांत्रिक आदर्शों को सर्वोपरि मानते हैं, अपने संविधान को सर्वोपरि मानते हैं, इसलिए हम 25 जून को भी कभी भुला नहीं सकते। यह वही दिन है जब हमारे देश पर इमरजेंसी थोपी गई थी। यह भारत के इतिहास का काला दौर था।”