टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (15 जून 2023): कांग्रेस की कर्नाटक सरकार ने आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार से जुड़े चैप्टर को स्कूली सिलेबस से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इतना ही नहीं, दक्षिणपंथी चक्रवर्ती सुलिबेले और बन्नान्जे गोविंदाचार्य से जुड़ी सामग्रियां भी हटा दी गई है। कर्नाटक मंत्रीमंडल ने आज हेडगेवार व अन्य आरएसएस के नेता से जुड़े पाठ को पाठ्यक्रम से हटाने के फैसले पर मुहर लगा दी है। चूंकि इस साल की किताबें पहले से ही छप चुकी हैं, इसीलिए मंत्रीमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया कि सभी स्कूलों को तत्काल एक सप्लीमेंट्री बुकलेट भेजा जाएगा। जिसमें इस बात के दिशा-निर्देश होंगे कि कक्षा 6 से 10 तक की कन्नडा और सामाजिक ज्ञान की पुस्तक से कौन-कौन से चैप्टर हटाए जाने चाहिए।
शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने गुरुवार (15 जून) को मीडिया से बातचीत के दौरान आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के पाठों को हटाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर कहा, “बच्चों के लिए जो कुछ भी आवश्यक है वह रहेगा और उनकी पहुंच होगी।” साथ ही कहा कि वह पाठ्यपुस्तकों से क्या हटाया जाएगा इसका विवरण निर्दिष्ट नहीं करना चाहते हैं क्योंकि निर्णय विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा।
कर्नाटक बीजेपी विधायक और पूर्व राज्य मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने कहा है, “इस प्रकार के जल्दबाजी में लिए गए फैसलों की सराहना नहीं की जाती है। डॉ हेडगेवार राष्ट्रीय सांस्कृतिक निर्माण, राष्ट्रवाद के संस्थापक हैं। वे एक अच्छी पृष्ठभूमि वाले चिकित्सक थे। हमें ऐसे महान व्यक्तित्व की उपेक्षा और अनादर नहीं करना चाहिए। हमें शिष्टाचार रखना चाहिए। हमें उनका सम्मान करना चाहिए।”