बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने लगाए केजरीवाल पर एक और घटाले के गंभीर आरोप, जानें पूरा मामला

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (13/06/2023): दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है । शराब घोटाले के बाद अब बीजेपी ने बड़ा दावा किया है, कि महिला सुरक्षा के नाम पर दिल्ली के प्राइवेट टैक्सी में दिल्ली सरकार ने जो पैनिक बटन लगाए थे वो काम नहीं कर रहा है। इसे लेकर दिल्ली बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि पैनिक बटन के नाम पर भारी भरकम राशि टैक्सी ड्राइवरों से वसूल ली गई थी लेकिन आज वह पैनिक बटन काम नहीं कर रहा है।

दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा की दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग में सैंकड़ों करोड़ रुपए के एक और घोटाले का पर्दाफाश किया है। महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर टैक्सियों और बसों में पैनिक बटन अनिवार्य करने के नाम पर टैक्सी और बस वालों से लगभग 500 करोड़ रुपए लूट लिए गए हैं। जबकि विभाग ने आज तक कोई कॉल सेंटर तक नहीं बनाया। अगर कोई महिला इमरजेंसी में इस बटन को दबाती है तो उसका कोई फायदा ही नहीं है।

बिधूड़ी ने कहा है कि इस सारे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए ताकि जनता यह जान सके कि फर्जी वेंडरों के नाम पर करोड़ों की यह राशि आम आदमी पार्टी के किन-किन नेताओं में बंटी है। दिल्ली में महिला सुरक्षा के नाम पर केजरीवाल सरकार ने बसों और टैक्सियों में पैनिक बटन अनिवार्य कर दिया था। आप सरकार इसके साथ ही यह प्रचार कर रही थी कि वह महिला सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित है लेकिन उनकी चिंता कितनी बनावटी और झूठी थी, यह अब पता चल गया है। पेनिक बटन लगाने की शुरुआत 2019 में की गई। दिल्ली के टैक्सी वालों से 9000 रुपए प्रतिवर्ष और बसवालों से 22000 रुपए प्रतिवर्ष लेने का फैसला हुआ। चार वर्ष से लगातार यह राशि वसूल की जाती रही है।

बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली में करीब 10 हजार बसें हैं। इस हिसाब से 22 करोड़ रुपया इन बस वालों से वसूला जा रहा है जबकि राजधानी में एक लाख 12 हजार टैक्सियां रजिस्टर्ड हैं। प्रति टैक्सी 9000 रुपए के हिसाब से कुल राशि 100 करोड़ 80 लाख रुपए बैठती है। इस तरह पांच वर्ष में पेनिक बटन के नाम पर लगभग 500 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पैनिक बटन सिर्फ प्लास्टिक का एक बटन है जिसकी वास्तविक कीमत मात्र 5 रुपए होनी चाहिए लेकिन पैनिक बटन के नाम पर करोड़ों रुपए वसूले गए। ट्रांसपोर्ट विभाग ने वेंडरों का एक पेनल बनाया हुआ है और उन्हीं के पास इस राशि का भुगतान किया जाता है।।