कनाडा पढ़ने गए छात्रों को सता रहा निर्वासन का खतरा, जानें पूरा मामला

टेन न्यूज नेटवर्क

दिल्ली (13 जून 2023): सैकड़ों भारतीय छात्रों पर कनाडा आने के लिए फ़र्जी दस्तावेज़ इस्तेमाल करने का आरोप है। इस कारण उन्हें कनाडा में स्थायी निवास मिल पाना मुश्किल है।

ये छात्र पढ़ाई करने के लिए कनाडा गए थे। इनमें से अधिकतर मामले 2016-17 के हैं। इन छात्रों पर अब डिपोर्टेशन का खतरा मंडरा रहा है।

मामले का आरंभ तब हुआ जब कनाडा के सत्रीय वीज़ा प्रोग्राम के तहत अपनी शैक्षणिक पढ़ाई के लिए भारतीय छात्रों ने वीज़ा आवेदन किया था। हालांकि, कुछ छात्रों को अपनी वीज़ा योग्यता में संदेह था और कनाडा आने के लिए वापस बुलाए गए। आरोप है कि वे बिना वीज़ा के कनाडा में पढ़ाई करने के लिए रह रहे थे।

बाद में, इन छात्रों को दोबारा वीज़ा आवेदन करने का मौका दिया गया और कुछ लोगों को वीज़ा मंजूरी भी मिली, जबकि कुछ छात्रों के वीज़ा आवेदन अस्वीकार किए गए। उन्हें वीज़ा उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया और इसके पश्चात उन्हें डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई।

अब इस मामले में भारत बार-बार कनाडा के अधिकारियों से निष्पक्ष रहने और मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह करता रहा है क्योंकि छात्र कथित रूप से कुछ एजेंटों के शिकार थे। सूत्रों ने ये भी कहा कि कनाडा से निर्वासन का सामना कर रहे भारतीय छात्रों की वास्तविक संख्या लगभग 700 है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अपने कनाडाई समकक्ष के साथ इस मुद्दे पर बात की।।