यमुना को पवित्र, अविरल एवं निर्मल बनाने को लेकर यमुना संसद का आयोजन

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (05 जून, 2023): दिल्ली में यमुना नदी को पवित्र, अविरल और निर्मल बनाने के लिए दिल्ली एनसीआर के लोगों ने 4 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यमुना संसद का आयोजन किया। यमुना संसद कार्यक्रम में सैकड़ों साथियों के साथ यमुना के तट पर जाकर मानव श्रृंखला बनाई तथा दिल्ली वालों को स्वच्छ यमुना रखने के लिए जागरूक किया। वहीं यह संदेश दिया कि यमुना बचाओ तभी दिल्ली बचेगी।

 

इसी बीच रवि शंकर तिवारी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक पल है यहां सभी सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर हिस्सा लिया है। जिससे यह पल सुखद बना। उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि यमुना को प्रदूषित होने से रोकने के लिए उचित प्रबंधन करने का प्रयास करें वही यमुना संसद का यह आयोजन यमुना की सफाई के लिए एक आहुति मात्र है। अभी इस अभियान को पूर्ण आहुति तक का सफर तय करना है।

कार्यक्रम में अनेकों धार्मिक संगठन, सामाजिक संस्थान, राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। यमुना तट पर यमुना संसद द्वारा किए गए इस आयोजन में सरदार दिलीप सिंह संस्था, अखिल भारतीय गायत्री परिवार, बौद्ध धर्मावलंबियों, संत निरंकारी सेवादल और दिल्ली विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक और पर्यावरण क्लब के विद्यार्थी व कई विद्यालयों के छात्र भी इसका हिस्सा रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां यमुना के पूजन कार्यक्रम से हुई एक तरफ नारे और जयघोष के द्वारा यमुना की साफ सफाई के लिए जनजागृति का कार्य किया जा रहा था तो दूसरी तरफ पवन गुरु पानी पिता के बारे में बताया जा रहा था। यमुना की जान जागृति के लिए लोग हाथों में प्ले कार्ड लेकर यमुना बचाओ दिल्ली बचाओ के नारे लगा रहे थे। कार्यक्रम में गीत-संगीत शंखनाद जयघोष सभी प्रकार की ध्वनियों की विभिन्नता दिखाई दे रही थी। यमुना संसद के द्वारा वजीराबाद से कालिंदी कुंज के बीच 8 पॉइंट बनाए गए इनमें वजीराबाद, उस्मानपुर पुराने लोहे का पुल, गीता कॉलोनी, आईटीओ, निजामुद्दीन, डीएनडी और कालिंदी कुंज शामिल थे। 1800 संस्थाओं ने यमुना में प्रदूषण रोकने और यमुना की सफाई के लिए इस कार्यक्रम में एकजुटता प्रदर्शित की। आईटीओ घाट इसका मेन पॉइंट था। कार्यक्रम के अंत में यमुना को प्रदूषण मुक्त और साफ रखने के लिए शपथ दिलाई गई।।