टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (29/05/2023): दिल्ली के जंतर मंतर पर न्याय की गुहार लगा रहे पहलवानों को लगभग एक महीने के बाद हटा दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने साफ तौर पर कहा है कि महिला पहलवानों को अब जंतर मंतर पर धरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। क्योंकि कल संसद भवन के उद्घाटन समारोह में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश पहलवानों की तरफ से की गई यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके बाद विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा कि आज दिल्ली में हत्यारों और बलात्कारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। राजधानी दिल्ली और देश में ऐसी घटना होती रहेगी क्योंकि बीजेपी आज अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों को न्याय देने के बजाय सरकार अपराधियों के साथ खड़ी है। एक तरफ साक्षी मल्लिक जब मेडल लाती है तब देश का मान बढ़ता है लेकिन आज उनको सड़कों पर घसीटा जा रहा है। जिसे जेल में होना चाहिए था उन्हें सांसद भवन में बैठाया जा रहा है।
दिल्ली की सड़कों पर पहलवानों को घसीटा गया है, क्या प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी नहीं है। इस देश में चल क्या रहा है। महिला विकास मंत्री स्मृति ईरानी आज खामोश हैं। बेटियों को न्याय नहीं मिल रहा इसके पीछे कारण क्या है। सिर्फ बदनाम किया जा रहा है लेकिन न्याय नही दिया जा रहा है। अलका लांबा ने महिला विकास मंत्री स्मृति ईरानी का ट्विटर हैंडल दिखाते हुए कहा कि ये देश की महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का ट्विटर हैंडल है। उन्होंने अपने ट्वीट के रिप्लाई में आए पहलवानों के साथ दुर्व्यवहार के वीडियो और फोटो छिपा दी, ताकि सच सामने न आ सके। आप सच्चाई से मुंह मोड़ सकती हैं लेकिन सच नकार नहीं सकतीं।।