टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (28/05/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन कर देश को समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के अंदर सैंगोल भी स्थापित किया। नए संसद भवन के उद्घाटन पर सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के सांसदों की प्रतिक्रिया सामने आई है। एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भारतीय जनता पार्टी के नेता इस दिन को ऐतिहासिक बता रहे है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्ष दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही, राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी।”
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि “हमारा सौभाग्य है कि हमने पुराने संसद भवन में भी काम किया और अब नए संसद भवन में भी काम करेंगे। कांग्रेस पार्टी को देश में जो भी अच्छा होता है वह पसंद नहीं आता। यह लोकतंत्र का मंदिर है।”
भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि “आज जिस दिन नए संसद भवन का उद्घाटन हो रहा है, उस दिन कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। सभी राजनीतिक दलों को राजनीति से ऊपर उठकर इसका सम्मान करना चाहिए।”
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि ”बीजेपी की मानसिकता हमेशा से दलित विरोधी और आदिवासी विरोधी रही है।”
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि “मैंने सुबह का आयोजन देखा। मुझे खुशी है कि मैं वहां नहीं गया। वहां जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं चिंतित हूं। क्या हम देश को पीछे ले जा रहे हैं? क्या यह आयोजन सीमित लोगों के लिए ही था?”
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ”(केंद्र) सरकार इतिहास को गहरे में दफनाने की कोशिश कर रही है।”
बता दें कि आज जहां एकतरफ सत्ता पक्ष संसद भवन के उद्घाटन समारोह को और आज के दिन को ऐतिहासिक बता रही है। तो वहीं विपक्ष प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन करने को लेकर हमलावर है। लगभग 21 विपक्षी पार्टियों ने आज संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है।।