जो पार्टियां संसद के उद्घाटन का बहिष्कार कर रही हैं उनमें लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं : जेपी नड्डा

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (27/05/2023): नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों नहीं कराने पर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि जो पार्टियां संसद के उद्घाटन का बहिष्कार कर रही हैं उनमें लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है।

जेपी नड्डा ने ट्वीट में कहा है, “नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने वाली अधिकांश पार्टियों को क्या जोड़ता है? इसका उत्तर सरल है- वे राजवंश द्वारा संचालित राजनीतिक दल हैं, जिनकी राजशाही पद्धति हमारे संविधान में गणतंत्रवाद और लोकतंत्र के सिद्धांतों के कियाविपरीत है।”

उन्होंने आगे कहा कि “जो पार्टियां संसद के उद्घाटन का बहिष्कार कर रही हैं, उनमें लोकतंत्र के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य राजवंशों के एक चुनिंदा समूह को कायम रखना है। इस तरह का रवैया हमारे संविधान निर्माताओं का अपमान है। इन पार्टियों को आत्ममंथन करना चाहिए!”

जेपी नड्डा ने कहा कि “ये वंशवादी दल, विशेष रूप से कांग्रेस और नेहरू-गांधी राजवंश, एक साधारण तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत के लोगों ने एक विनम्र पृष्ठभूमि से आने वाले व्यक्ति पर अपना विश्वास रखा है। राजवंशों की अभिजात्य मानसिकता उन्हें तार्किक सोच से रोक रही है।”

जेपी नड्डा ने कहा कि “भारत के लोग देख रहे हैं कि कैसे ये पार्टियां राजनीति को देश से ऊपर रख रही हैं। इन पार्टियों को इनकी दलगत राजनीति की जनता फिर से सजा देगी!”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को यानी रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। वहीं कांग्रेस समेत करीब 21 दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।