टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (22/05/2023): दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को एसिड अटैक के ख़िलाफ़ बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल अप्रैल के शुरुआत में स्वाति मालीवाल ने एमसीडी द्वारा संचालित पब्लिक टॉयलेट का निरीक्षण किया था, जहां उन्हें जीबी पंत अस्पताल के गेट नंबर 8 के सामने दरियागंज के एक पब्लिक टॉयलेट के अंदर खुले में 50 लीटर तेजाब से भरा डिब्बा बरामद किया था। इस पर कार्रवाई करते हुए स्वाति मालीवाल ने एमसीडी को नोटिस जारी की थी। वहीं अब स्वाति मालीवाल की कार्यवाही के बाद एमसीडी ने पब्लिक टॉयलेट में तेज़ाब के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इस संदर्भ में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्विटर पर अपना एक वीडियो शेयर की है।
स्वाति मालीवाल ने वीडियो में कहा है, “कुछ दिन पहले हम लोगों ने एमसीडी के पब्लिक टॉयलेट का निरीक्षण किया। दरियागंज के पब्लिक टॉयलेट में 50 लीटर एसिड खुले में पड़ा था, जिसे देखकर मैं हैरान थी। कोई भी आकर टॉयलेट से एसिड ले सकता था और किसी ना किसी के ऊपर एसिड अटैक कर सकता था। यह बहुत ही ज्यादा डराने वाली बात थी। हमने तुरंत पुलिस बुलाई और एसिड को जब्त कराया।”
उन्होंने आगे कहा कि “उसके बाद हमने एमसीडी को नोटिस जारी किया और जांच शुरू की। जाँच से पता चला कि 2017 में MCD हाउस में 308 टॉयलेट्स को चलाने का ठेका कंपनी को दिया गया था और कॉंट्रैक्ट में लिखा था कि अगर हर हफ़्ते एसिड से सफ़ाई नहीं हुई तो पेनल्टी लगेगी।”
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि यह कहां से सही है। यह गैरकानूनी है। सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है कि एसिड को इस तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि आज भी देश में एसिड अटैक करके कई लड़कियों की जिंदगी खराब कर दी जाती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “जब हमने एमसीडी की जवाबदेही तय की तो उन्होंने 18 मई को आर्डर निकाला है जिसमें उन्होंने कहा है कि पहले उनके जो भी ऑर्डर थे वो अब निरस्त कर दिए गए हैं और अब से किसी भी पब्लिक टॉयलेट में एसिड का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।”
साथ ही उन्होंने सभी सरकारों से अपील करते हुए कहा कि “एसिड अटैक एक बहुत ही ज्यादा दहशत करने वाला और जिंदगी पूरी तरह से तबाह करने वाला अटैक होता है। बहुत जरूरी है कि जो सरकार है, एमसीडी है और देश भर में जितनी भी सरकारें हैं सबको साथ आना चाहिए और एसिड अटैक जैसे घिनौनी अपराध से लड़ना चाहिए।”