9 मई, 2023: ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान के चौथे सीज़न में सर्वोच्च 10 विजेताओं की घोषणा की गई है, और अपने बिज़नेस वेंचर्स की शुरुआत के लिए उनमें से प्रत्येक को 10 लाख रु. का पुरस्कार दिया गया है।
ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप अभियान महिलाओं को उद्यमशील बनने का प्रोत्साहन देने के लिए एक मंच है। इस प्रक्रिया में महिलाएं नौकरियों की निर्माता और वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनती हैं। 4 सफल सीज़न के संचालन के बाद इस फ्लैगशिप अभियान को इस सीज़न में 2 मिलियन से ज्यादा प्रत्याशियों ने रुचि दिखाई है। ब्रिटानिया मारी गोल्ड की टीम ने 80,000 से ज्यादा प्रतिभागियों को व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा प्रशिक्षण दिया है।
इस साल चयनित प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रतिष्ठित ज्यूरी सदस्यों के समक्ष रखे, जिनमें रश्मि डागा, सायरी चहल, पिया बहादुर, लथा चंद्रमौली, और रुचिका भुवाल्का जैसी महिला उद्यमी शामिल थीं। इस ज्यूरी में प्रतिष्ठित व्यवसायिक और मीडिया हस्तियों के साथ ब्रिटानिया की नेतृत्वकर्ता टीम के सदस्य भी शामिल थे।
ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप प्रोग्राम चार सफल सीज़न तक संचालन कर चुका है और उभरती हुई वुमेन प्रेन्योर्स को फंडिंग और कौशल का सहयोग प्राप्त करने का एक परिवेश प्रदान कर चुका है। इन चार सालों में इस अभियान ने नेशनल स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एनएसडीसी) और गूगल के साथ गठबंधन किया ताकि एक बिज़नेस के वातावरण में जरूरी वित्तीय साक्षरता का ऑनलाईन प्रशिक्षण, माईक्रो उद्यमशीलता का कौशल एवं संचार का कौशल प्रदान किया जा सके।
सीज़न 4 का एक मुख्य आकर्षण यह है कि गूगल के वीमैनविल प्रोग्राम की पहुँच सभी प्रतिभागियों को मिलेगी। यह एक व्यवसायिक साक्षरता कार्यक्रम है, जिसमें अपनी रुचि को व्यवसाय में बदलने, एक उद्यम के प्रबंधन, और वृद्धि के लिए इसे प्रमोट करने के बारे में ‘‘हाउ टू’’ पाठ्यक्रम होगा।
ब्रिटानिया मारी गोल्ड माई स्टार्टअप प्रतियोगिता 4.0 के फिनाले के बारे में अमित दोशी, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने कहा, ‘‘ब्रिटानिया मारी गोल्ड ने समय के साथ पूरे देश की महिलाओं के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित कर लिया है। विश्व बैंक द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार हर एक सौ उद्यमियों में महिला उद्यमी केवल सात हैं। स्टेटिस्टिक्स एवं प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन मंत्रालय द्वारा की गई छठवीं आर्थिक जनगणना के अनुसार, भारत में कल उद्यमियों में महिलाओं की संख्या 13.76 प्रतिशत है। माई स्टार्टअप प्रोग्राम के साथ हमारा मिशन भारत में उद्यमशीलता के परिवेश में महिलाओं का प्रतिनिधित्व स्थिर और सतत रूप से बढ़ाना है। यह प्रोग्राम 3 मुख्य जरूरतों, वित्तीय सहायता, कौशल और बाजार की पहुँच पर केंद्रित है। सीज़न 4 में भारत में 2 मिलियन से ज्यादा प्रत्याशियों ने इस कार्यक्रम में रुचि दिखाई, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इस सीज़न के विजेता देश में सबसे दूरदराज के कस्बों और गाँवों से आए हैं, और उन्होंने अपने बिज़नेस के विचार को जीवंत करने के लिए अद्भुत धैर्य और जुनून का प्रदर्शन किया है। ब्रिटानिया एक कंसल्टैंट की भूमिका निभाएगा और विजेताओं को उनके उद्यमशीलता के सफर में सहयोग करेगा।’’
शालिनी पुचालापल्ली, डायरेक्टर, गूगल कस्टमर सॉल्यूशंस, गूगल इंडिया ने फिनाले के बारे में कहा, ‘‘टेक्नॉलॉजी बिज़नेसेज़ को बढ़ाने में मदद कर सकती है, लेकिन यह तभी हो सकता है, जब इन बिज़नेसेज़ का नेतृत्व करने वाले और उनके लिए काम करने वालों के पास आवश्यक कौशल हो। यह बोर्ड में महिला उद्यमियों के लिए बिल्कुल सत्य है, फिर चाहे वो छोटे बिज़नेस हों, रचनाकार हों, डेवलपर्स हों या फिर स्टार्ट-अप। साथ ही यह इस समुदाय को अपने उत्पादों और प्लेटफॉर्म्स द्वारा उनके सफर में मदद करने और वीमैनविल जैसे कौशल कार्यक्रमों के लिए हमारी प्रतिबद्धता की प्रेरणा भी है। हमें होमप्रेन्योर्स के एक नए समुदाय को ब्रिटानिया की माई स्टार्टअप प्रतियोगिता द्वारा लगातार दूसरे सीज़न यह विशेष डिज़ाईन का पाठ्यक्रम पेश करने की खुशी है। हम सभी प्रतिभागियों की सफलता की कामना करते हैं।’’
विजेताओं की सूची
क्रमांक | नाम | उम्र | राज्य | विचार |
1 | वसम मौनिका | 27 | तेलंगाना | बच्चों पर केंद्रित हथकरघा सूती परिधान निर्माण व्यवसाय को विकसित करना चाहती हैं और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए क्यूआर कोड-आधारित पहचान टैग जोड़ना चाहती हैं |
2 | अनीषा शेट्टी | 37 | महाराष्ट्र | अपना बच्चों पर केंद्रित थ्रिफ्ट स्टोर बनाना चाहती हैं |
3 | कंचन भदानी | 61 | झारखंड | आदिवासी समुदायों को प्रशिक्षित कर क्रोशेट क्राफ्ट तकनीक द्वारा बाजार के लिए बड़ी संख्या में खिलौने बनाना चाहती हैं |
4 | अंजलि श्रीवास्तव | 22 | उत्तर प्रदेश | किसानों के लिए स्मार्ट खेती के लिए सैटेलाईट आधारित एआई सॉल्यूशन |
5 | सौंदर्या आर | 26 | तमिलनाडु | रसोई के लिए मिट्टी के बर्तनों का व्यवसाय |
6 | सोनाली देशमुख | 35 | महाराष्ट्र | डिहाईड्रेटिंग मौसमी ताजा खाद्य उत्पाद और बी2बी मॉडल के अंतर्गत बिक्री |
7 | ए. वनिता | 43 | तमिलनाडु | अपने आरटीई और आरटीसी स्वस्थ एवं पर्याप्त न्यूट्रिशन वाले फूड स्टार्टअप ब्रांड बैलीब्रेन का विस्तार करना |
8 | स्वाति नामदेव काटकर | 37 | महाराष्ट्र | ग्रामीण इलाकों में ऑडिटरी और वर्बल थेरेपी सेंटर का निर्माण |
9 | कविता राघवेंद्रन | 37 | तमिलनाडु | स्पेशल किड्स के लिए प्रिस्कूल खोलकर समावेशी शिक्षा प्रदान करना। |
10 | सुहासिनी सुरेश | 40 | कर्नाटक | अपने क्रांतिकारी क्लीनिंग उत्पाद – ज़ॉर्ब-इट के साथ पानी आधारित गंदगी की आसानी से सफाई |