टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (07 मई 2023): दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रीय पूर्वांचल महासंघ एवं मांगलिया आर्ट्स द्वारा शानदार ‘पूर्वांचल सम्मान समारोह’ का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री आर.के.सिंह, लोकसभा सांसद मनोज तिवारी, लोकसभा सांसद रवि किशन, लोकसभा सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ समेत तमाम पूर्वांचल के दिग्गज भाजपाई नेता मौजूद रहे। पूर्वांचल सम्मान समारोह में भारी संख्या में पूर्वांचलियों की मौजूदगी रही।
मौके पर मंच से अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि “ये पूर्वांचली जब अस्सी के दशक में बस पर चक्कर लगाते थे तो कभी ‘भैया जी’ कहता था, कभी ‘ओ बिहारी’ कहता था। आज किसी माई के लाल में दम में नहीं है कि ये शब्द पुकार लें। आज बिहार और पूर्वांचल दिल्ली के भाग्य को बदलता है। ऐसे पूर्वांचलियों को नमन करता हूं। आज पूर्वांचल भारत का हृदय स्थली है और देश का सांकृतिक केंद्र है। आजादी के लड़ाई में चंद्रशेखर आजाद हुए बिहार से बाबू बिहार कुंवर सिंह ने बुढ़ापे में तलवार की ललकार से अंग्रेजों को मार भगाया। दूसरी बार भी यदि आजादी की करवट किसी ने दी तो वह भी बिहार ने दी हम बिहार से जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में आए हैं।”
अंत में प्रखर मुद्रा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ” तुम बिहार से आए हो , तुम उत्तर प्रदेश से आए हो यहां तुम केवल पूर्वांचली हो ना अगड़ा ना पिछड़ा। जिस दिन ये भाव तुम्हारे मन में जग गई कोई माई का लाल तुम्हें अंगुली नहीं दिखा सकता।”
मौके पर केंद्रीय मंत्री आर.के.सिंह ने मंच से अपने संबोधन में कहा कि ” हम लोग सम्राट अशोक और भारत के सबसे बड़े सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के वंशज हैं। हम लोग अगर अपने आपको जानें कि हम लोग क्या हैं और कहां से आएं हैं। हम लोग सम्राट अशोक और भारत के सबसे बड़े सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के वंशज है। भारत का सबसे बड़ा साम्राज्य चंद्रगुप्त मौर्य का था। उसका शासन अकबर के शासन से बड़ा था।” उन्होंने आगे कहा कि ” हम लोग उनके वंशज है जिन्होंने दुनिया को 3-3 धर्म दिए हैं। हम लोग ऐसे क्षेत्र से हैं जिसने दुनिया का सबसे पहला प्रजातांत्रिक लोकतंत्र का वैशाली में प्रारंभ किया। हम लोग वह लोग हैं जिसके क्षेत्र में दुनिया का सबसे पहला यूनिवर्सिटी नालंदा में था।हम लोगों का एक महान इतिहास है।”
इस अवसर पर मंच से भोजपुरी कलाकार एवं भाजपा सांसद निरहुआ ने कहा कि ” तरक्की के लिए जहां भी रहें, जिस भी भाषा को अपनाएं लेकिन अपनी मातृभाषा के सम्मान के लिए अपनी मातृभाषा में ही बात करें।” निरहुआ ने कहा कि “हर बीमारी की एक ही इलाज है कमल का निशान। पूरे दुनिया में ऐसा नेता नहीं, मेरे मोदी जी के जैसा नेता नहीं। आज तो पूरा दुनिया ने मान लिया कि मोदी जी के जैसा प्रभावशाली नेता दुनिया में कोई नहीं है ।” अंत में दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपने गायिकी से मौजूद जनता एवं श्रोताओं का खूब मनोरंजन किया।
बता दें कि राष्ट्रीय पूर्वांचल महासंघ एवं मांगलिया आर्ट्स द्वारा आयोजित ‘पूर्वांचल सम्मान समारोह’ में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री आर.के.सिंह, लोकसभा सांसद मनोज तिवारी, लोकसभा सांसद रवि किशन, लोकसभा सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ समेत तमाम पूर्वांचल के दिग्गज भाजपाई नेता मौजूद रहे। पूर्वांचल सम्मान समारोह में भारी संख्या में पूर्वांचलियों की मौजूदगी भी रही।