टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (01/05/2023): दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछले 9 दिनों से बीजेपी सांसद और WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कुछ पहलवान धरने पर बैठे हैं। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। लेकिन अभी भी पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर डटे हुए हैं।
पहलवानों का कहना है कि जब तक बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक वो जंतर-मंतर पर डटे रहेंगे। जंतर मंतर पर इन दिनों लगातार नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मल्लिक के अलावा कई सामाजिक और राजनीतिक जगत के बड़े लोग अपना समर्थन देने पहुंच चुके हैं।
इस बीच टेन न्यूज ने ओलंपियन कृष्णा पुनिया से बातचीत करने की कोशिश की टेन न्यूज से बातचीत करते हुए कृष्णा पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात करते हैं लेकिन जंतर मंतर पर बैठे पहलवानों की बात कब सुनेंगे। धरने पर बैठे पहलवानों को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। कृष्णा पूनिया ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह को दिल्ली पुलिस पहले गिरफ्तार करें और उसके बाद जांच की जाए।
कृष्णा पूनिया ने कहा कि ओलंपिक में मेडल जीतने वाले बच्चे सहनशील और संघर्षशील होते हैं, जिनके आंसू बता रहे हैं कि वह कितनी पीड़ा से गुजरे होंगे। विनेश फोगाट ने तो PM मोदी के सामने अपने परिवार के साथ जाकर ये सारी बातें रखी थी। मेरी मोदी जी से गुजारिश है कि कम से कम उस लड़की की बात तो सुन लेते जिसको आपने बेटी माना था। धरने पर बैठे पहलवानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कुछ दिन पहले ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पीटी उषा ने इसे अनुशासनहीनता करार दिया था। उसने कहा था कि इन्हें अगर परेशानी थी कोई है आकर बात करनी चाहिए थी धरने पर बैठना इसका समाधान नहीं है। इस पर कृष्णा पूनिया ने कहा कि पीटी उषा को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था वह एक महिला खिलाड़ी रही हैं। मैं बस पूछना चाहती हूं कि क्या पीटी उषा भी जंतर-मंतर पर आकर पहलवानों के साथ धरने पर बैठेंगी।।