टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (27/04/2023): जम्मू के पुंछ में हुए आतंकवादी हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पुंछ हमले पर सरकार और प्रधानमंत्री की चुप्पी बहुत कुछ बताती है। सरकार की ये चुप्पी आखिर क्या दर्शाती है, ये समझ से परे है। पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी ने अभी तक आतंकी हमले की निंदा करते हुए कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। उनकी चुप्पी से लगता है कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं। यहां तक कि खबरों के मुताबिक इस बुजदिल आतंकवादी घटना में तालिबान के लिंक का संकेत मिलता है।
पवन खेड़ा ने कहा कि भाटा धूरियन जंगल क्षेत्र, जो जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों के लिए एक कुख्यात घुसपैठ मार्ग बना हुआ है, उसके पास भीमबेर गली से सांगियोत की ओर बढ़ रहा एक भारतीय सेना के वाहन पर संभवतः 6-7 आतंकियों ने हमला किया था, 5 जवान मौके पर ही शहीद हो गए, एक उधमपुर के अस्पताल में घायल हैं। वाहन पर गोलियों के 50 से अधिक निशान देखे गए जो आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी की तीव्रता को दर्शाता है।
पवन खेड़ा ने कहा कि कई मीडिया रिपोर्टों से अब संकेत मिलता है कि अगस्त 2021 में अमरीका के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद NATO द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अत्यधिक penetrative and ricocheting ‘स्टील कोर’ गोलियों को तालिबान से लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश- ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे आतंकवादी समूहों ने हथिया लिया है। बख़्तरबंद ढाल को भेदने में सक्षम चीनी निर्मित ‘स्टील कोर’ की गोलियों का इस्तेमाल अफगानिस्तान युद्ध के दौरान NATO द्वारा किया गया था।
पवन खेड़ा ने मोदी सरकार से पूछा कि पुंछ आतंकी हमले पर चुप क्यों है मोदी सरकार? क्या यह सच नहीं है कि हमारे सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर कम से कम 18 बड़े आतंकी हमले हुए हैं जिनमें सीआरपीएफ कैंप, आर्मी कैंप, वायुसेना स्टेशन और सैन्य स्टेशन शामिल हैं- पुलवामा, पंपोर उरी, पठानकोट, गुरदासपुर, अमरनाथ यात्रा हमला, सुंजवान सेना शिविर, जहाँ हमारे सैकड़ों कीमती जीवन खो गए हैं?
पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार से पूछा की यह देखते हुए कि पुंछ हमले का तालिबान से संबंध है, क्या मोदी सरकार के लिए तालिबान के साथ अपनी कूटनीतिक पहल और जुड़ाव शुरू करना उचित है? पवन खेड़ा ने आगे पूछा कि क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, जिससे की जम्मू-कश्मीर में 1,249 आतंकी हमले हुए, जिनमें 350 नागरिक मारे गए और 569 जवान शहीद हुए हैं।।