टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (26/04/2023): एक निजी समाचार चैनल ने “शीशमहल” नाम से एक ऑपरेशन के अंतर्गत यह खुलासा किया है कि कोरोना महामारी के दौरान अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास को रेनोवेट करने के नाम पर ₹45 करोड़ लगे हैं। इसे लेकर दिल्ली में अब सियासत गर्म हो गई है भारतीय जनता पार्टी लगातार अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गई है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आज अखबारों में जो सुर्खियां छपी हैं वो केवल एक महाराज और उनके महल के रेनोवेशन की कहानी नहीं है बल्कि ये महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है। कुछ नहीं लूंगा से सब कुछ लूट लूंगा, कुछ नहीं छोडूंगा।
पात्रा ने कहा कि ये उस महाराज में आए परिवर्तन की कहानी है। मीडिया ने बताया है कि 45 करोड़ रुपये खर्च कर महाराज के महल का रेनोवेशन किया गया है। 8-8 लाख रुपये के परदे लगाए गए हैं और ये वो लोग हैं जो शपथ लेने के लिए आए थे तो ऑटो में लटक कर आए थे। कहते थे कि हम गाड़ी नहीं लेंगे घर नहीं लेंगे। 1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है और यह मार्बल भी वियतनाम से मंगवाया गया है।
संबित पात्रा ने कहा कि केजरीवाल के बारे में कई ‘कहानियां’ हैं। वह सोचता था कि वह सबको बेवकूफ बनाता रहेगा, लेकिन ‘परदा उठ गया है’। उनकी कहानियों का अनावरण किया गया है। अरविंद केजरीवाल का यह महल उस समय रेनोवेट हो रहा था जब दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा था। अब समझ में आ रहा है कि ऑक्सीजन के टैंकर क्यों अस्पतालों तक नहीं पहुंच पा रहे थे। अरविंद जी मरीजों को बेड नहीं दे पा रहे थे क्योंकि वो अपने महल के रेनोवेशन में व्यस्त थे। ये इनकी विलासता की कहानी है।
केजरीवाल के महल के जीर्णोद्धार पर 45 करोड़ खर्च किए गए हैं। महल को आठ-आठ लाख रुपये के पर्दों से सजाया गया है। विडम्बना यह है कि जो लोग शपथ लेने के लिए ऑटो में लटक कर आ जाते थे, जो कार लेने से मना करते थे, घर लेने से इनकार करते थे, वो अब क्या कर रहे हैं, पूरा देश देख रहा है!
संबित पात्रा ने कहा कि हमें ज्ञात हुआ है कि अपने खिलाफ आई इन खबरों को ना छापने के बदले अरविंद केजरीवाल ने अखबारों और मीडिया को 20 से 50 करोड़ रुपये देने की बात कही है। लेकिन हम धन्यवाद देते हैं मीडिया के अपने साथियों का जिन्होंने पूरी मुखरता के साथ इसे छापा। ये अरविंद केजरीवाल और उनके भ्रष्टाचार की कहानी है। जनता इसे देखे और महाराज को पहचाने।