टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (21/04/2023): कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार से “सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना” की मांग की है। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आज शनिवार को ट्विटर पर लगातार ट्वीट किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “अब जब भारत विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है, हमारे जन-कल्याण की योजनाओं और देश की तरक़्क़ी के लिए दो मुद्दे बेहद महत्वपूर्ण हैं। पहला जनगणना 2021, शायद 2024 तक टल गया है। ऐसा क्यों? बिना जनगणना के आँकड़ों के सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन बेहद मुश्किल है। दूसरा, जातिगत जनगणना का डेटा सामाजिक न्याय के लिए बहुत ज़रूरी है। आम जनगणना में SC वर्ग, ST वर्ग की जनसंख्या तो पता चलती है पर OBC वर्ग की नहीं, जिससे उनके आरक्षण का सही अनुपात तय नहीं हो पाया है।”
उन्होंने आगे कहा कि “2022 के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद स्थानीय निकायों में आरक्षण विभिन्न जातियों की आबादी के अनुसार ही तय होना है। भाजपा को अगर सही में OBC वर्ग की फ़िक्र है तो टले हुए जनगणना 2021 में ही जातिगत जनगणना कराएँ और OBC को अनुपात के हिसाब से आरक्षण मुहैया कराएँ।”
उन्होंने कहा कि “जातिगत जनगणना से BJP क्यों डरती है? 2011-12 में जो जातिगत जनगणना हुई, खाद्य सुरक्षा क़ानून जैसी कल्याणकारी योजना उसी आधार पर संभव हो सकी। मोदी सरकार ने 2015 में अरविंद पणगरिया कमेटी बनाकर जातियों का वर्गीकरण का कार्य शुरू कराया। यह क्यों किया गया तथा उसकी रिपोर्ट कहाँ है?”
उन्होंने आखिर में कहा है कि “अगर मोदी सरकार के मंत्री और उनका पूरा इको सिस्टम, OBC वर्ग की दिखावटी भलाई के लिए घड़ियाली आंसू बहाते रहते है, तो जातिगत जनगणना और जनगणना 2021 एक साथ फ़ौरन क्यों नहीं कराते? “सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना” यानि जातिगत जनगणना, जनगणना का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। यही हमारी माँग है।”