टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (12/04/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को अजमेर से दिल्ली छावनी तक राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “भारती की वंदना करने वाली राजस्थान की धरती को आज पहली ‘वंदे भारत’ ट्रेन मिल रही है। दिल्ली कैंट-अजमेर वंदे भारत एक्प्रेस से जयपुर-दिल्ली आना जाना अब और आसान हो जाएगा। यह ट्रेन राजस्थान की पर्यटन उद्योग को भी बहुत मदद करेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस से राजस्थान के पर्यटन उद्योग को अत्यधिक लाभ होगा। मुझे पिछले दो महीनों में छठी वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना करने का सौभाग्य मिला है।”
उन्होंने आगे कहा कि “जब से ये आधुनिक ट्रेनें (वंदे भारत) शुरू हुई हैं तब से करीब करीब 60 लाख लोग इन ट्रेनों में सफर कर चुके हैं। तेज रफ़्तार वंदे भारत की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये लोगों का समय बचा रही है। तेज रफ़्तार से लेकर खूबसूरत डिजाइन तक वंदे भारत ट्रेन तमाम खूबियों से संपन्न है। इन्हीं सब खूबियों को देखते हुए आज देश में वंदे भारत ट्रेन का गौरवगान हो रहा है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “वंदे भारत एक्सप्रेस ‘इंडिया फर्स्ट, ऑलवेज फर्स्ट’ की भावना को समृद्ध करती है। मुझे खुशी है कि वंदे भारत ट्रेन आज विकास, आधुनिकता, आत्मनिर्भरता और स्थिरता का पर्याय बन चुकी है। आज की वंदे भारत की यात्रा कल हमें विकसित भारत की यात्रा की ओर ले जाएगी।”
पीएम मोदी ने कहा कि “आजादी के बाद रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा। राजनीतिक स्वार्थ को देख कर ही तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा, राजनीतिक स्वार्थ ने ही ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई जो कभी चली ही नहीं। हालत यह थी कि गरीब की जमीन छीन कर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया। रेलवे की सुरक्षा स्वच्छता सबकुछ को नजरअंदाज कर दिया गया था। इन सारी व्यवस्थाओं में बदलाव वर्ष 2014 के बाद आना शुरू हुआ।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि “शूरवीरों की धरती राजस्थान को आज हमारी सरकार नई संभावनाओं और अवसरों की धरती बना रही है। राजस्थान देश के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है। राजस्थान की कनेक्टिविटी को लेकर बीते वर्षों में जो काम सरकार ने किया है, वो अभूतपूर्व है। केंद्र सरकार राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी लगभग 1,400 किलोमीटर सड़कों पर काम कर रही है। हमारी सरकार रोड के साथ ही राजस्थान में रेल कनक्टिविटी को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “वर्ष 2014 से पहले की तुलना में राजस्थान के रेल बजट में 14 गुना की बढ़ोतरी की गई है। रेलवे में गेज परिवर्तन और दोहरीकरण के जो काम बीते वर्षों में हुए हैं उनका लाभ राजस्थान के जनजातीय क्षेत्रों को भी हुआ है। रेलवे लाइनों के साथ साथ रेलवे स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जा रहा है। पर्यटकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए सरकार अलग अलग तरह की सर्किट ट्रेनों का भी संचालन कर रही है। भारत गौरव सर्किट ट्रेन अब तक 70 से ज्यादा ट्रिप लगा चुकी है।भारतीय रेल ने राजस्थान में लगभग 70 ‘वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट’ स्टॉल लगाए हैं। इन स्टॉल्स के जरिए जयपुरी रजाइयों और हस्तशिल्प की जमकर बिक्री हो रही है। यानी राजस्थान के छोटे किसानों, कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बाजार तक पहुंचने का नया माध्यम मिल गया है। जब रेल और रेल जैसा कनेक्टिविटी का इंफ्रास्ट्रक्चर सशक्त होता है तो देश सशक्त होता है। मुझे विश्वास है कि ये नई ट्रेन राजस्थान के विकास को गति देने में अहम भूमिका निभाएगी।”
तो वहीं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “PM मोदी ने आज राजस्थान की जनता को सेकेंड जनरेशन की उन्नत वंदे भारत ट्रेन दी है। अजमेर से दिल्ली को जोड़ने वाली ये वंदे भारत राजस्थान की पहली और देश की 15वीं वंदे भारत ट्रेन है। राजस्थान में रेल कार्यों को गति देने के लिए PM ने अधिक बजट का आवंटन किया है। 2014 से पहले साल में 650 करोड़ के आसपास का बजट था, 2022-23 में इसे बढ़ाकर 9500 करोड़ राजस्थान को दिए गए हैं।”