टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (09/04/2023): दिल्ली मेट्रो में सफर करने के दौरान महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं में वृद्धि हुई है। वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में मेट्रो के अंदर छेड़छाड़ के मामलों में लगभग 80% वृद्धि हुई है। वर्ष 2023 में भी 15 मार्च तक छेड़छाड़ के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ये आंकड़े हिन्दुस्तान द्वारा लगाई गई एक आरटीआई में सामने आई है।
आरटीआई के जवाब में मेट्रो पुलिस ने बताया है कि “वर्ष 2021 में मेट्रो नेटवर्क के भीतर छेड़छाड़ की 9 घटनाएं हुई थीं। वर्ष 2022 में मेट्रो नेटवर्क के भीतर छेड़छाड़ के 16 मामले दर्ज किए गए। औसतन हर दो महीने में तीन महिलाओं ने छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करवाई है, लेकिन वर्ष 2023 में यह संख्या बढ़ रही है। अब तक के आंकड़े बताते हैं कि प्रत्येक माह में दो महिलाओं ने छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।”
मेट्रो पुलिस ने आगे कहा है कि “वर्ष 2021 में मेट्रो के भीतर कुछ समय तक यात्रियों की संख्या सीमित थी। उस दौरान रोजाना करीब 10 लाख यात्री सफर कर रहे थे। इसके चलते छेड़छाड़ की घटनाएं कम हुई थीं। लेकिन वर्ष 2022 में औसतन 55 लाख यात्री दिल्ली मेट्रो से सफर कर रहे हैं। इसके चलते छेड़छाड़ की घटनाएं भी बढ़ी हैं, लेकिन वर्ष 2019 से तुलना की जाए तो छेड़छाड़ की घटनाओं में लगभग 50 फीसदी की कमी आई हैं।”
मेट्रो पुलिस के मुताबिक, वर्ष 2019 में दिल्ली मेट्रो के भीतर छेड़छाड़ के 31 मामले सामने आए थे। इसके बाद महिला सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए गए। मेट्रो में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या को बढ़ाया गया। महिला कोच में चढ़ने वाले पुरुषों को पकड़ा जाता है। इसके अलावा वर्ष 2022 में दर्ज किए गए छेड़छाड़ के मामलों में 90 फीसदी से ज्यादा में गिरफ्तारी हुई है।।