बदलते हिंदुस्तान में सशक्त होती बेटियां, अपने सपनों को दे रही है उड़ान

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (09 अप्रैल 2023): यह हिंदुस्तान बदलता हुआ हिंदुस्तान है। हिंदुस्तान आज विश्वगुरु बनने के पथ पर अग्रसर है। आज सभी क्षेत्रों में वैश्विक पटल पर हिंदुस्तान ने एक अलग ख्याति अर्जित की है। अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में हिंदुस्तान विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राष्ट्र है। नेतृत्व के दृष्टिकोण से आज भारत जी-20 समेत कई अन्य समृद्ध और प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंचों का नेतृत्व कर रहा है। व्यापार का क्षेत्र हो या फिर उद्यमिता और आईटी का ,भारत सभी क्षेत्रों में अग्रणी राष्ट्र है।

भारत के इस शानदार यात्रा में 130 करोड़ भारतीयों का योगदान है, जिसमें सभी धर्म , जाति, संप्रदाय और वर्ग के लोग शामिल हैं। आज के इस बदलते हिंदुस्तान में देश की बेटियां घरेलू बंदिशों से आगे बढ़कर, सामाजिक बेड़ियों को तोड़कर हर क्षेत्र में पूरी प्रखरता पूर्वक अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। आज सभी क्षेत्र में महिलाएं पुरषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम कर रही है और आगे बढ़ा रही है।

क्या है पिंकी की कहानी

ऐसी ही एक शानदार कहानी है बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर की पिंकी की। पिंकी झा का जन्म जनवरी 1991 में जयनगर के ही एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ, पिंकी के पिताजी जयनगर के ही एक सरकारी अस्पताल में बतौर कर्मचारी कार्यरत थे। पिंकी की दसवीं बोकारो के आदर्श कन्या उच्च विद्यालय से हुई और उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई जिले के बासोपट्टी स्थित जानकी महाविद्यालय से की और जयनगर के ही महिला महाविद्यालय से साइक्लोजी से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की। पिंकी मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के सीमावर्ती क्षेत्र जयनगर की निवासी है। साल 2019 में पिंकी के पिता का देहावसान हो गया जिसके बाद परिवार की आर्थिक माली हालत बिगड़ गई और जीविका चलाना कठिन होने लगा। तब पिंकी ने सामाजिक बेड़ियों को तोड़कर नौकरी करने का फैसला लिया।

यह सफर इतना आसान नहीं था, चुकी जयनगर जैसे एक सुदूर ग्रामीण परिवेश में एक लड़की का घर से निकलकर काम करना अर्थात् कई चुनौतियों से लड़ने के बराबर है। पिंकी ने कुछ चाइल्ड लाइन एनजीओ के साथ और उसके बाद कोरोना काल में “डॉक्टर फॉर यू” संस्था के साथ जुड़कर काम किया। अब जयनगर की पिंकी झा डिजिटल पत्रकारिता के क्षेत्र में उतरी है, और डिजिटल पत्रकारिता में प्रदार्पण करने के साथ ही पिंकी ने कई शानदार कामयाबी हासिल कर ली है।

जयनगर की पहली महिला रिपोर्टर है पिंकी

बता दें कि पिंकी झा जयनगर सहित आसपास की सीमावर्ती क्षेत्र की पहली महिला रिपोर्टर है। पिंकी झा आज अपने क्षेत्र की लड़कियों के लिए एक आदर्श बन गई है और इन्हें देख कई अन्य लड़कियां भी इस क्षेत्र में उतरकर काम करने के लिए प्रेरित हो रही है।

पत्रकारिता ही क्यों चुना

टेन न्यूज नेटवर्क की तरफ से रंजन अभिषेक ने पिंकी झा से टेलीफोनिक बातचीत की और पूछा कि आपने पत्रकारिता ही क्यों चुना? जबकि इसके अलावे भी आप कई अन्य कार्य कर सकती थी? जवाब देते हुए पिंकी ने कहा कि ” दरसल मेरे निजी जीवन में कई ऐसे मोड़ आए जब मैं असहाय अनुभव करती थी, तो मुझे लगा जो मेरे साथ हुआ वो किसी और के साथ ना हो और दूसरी बात कि एक पत्रकार के रूप में आप जिस सामाजिक परिवर्तन की अपेक्षा करते हैं उसे पूर्ण स्वतंत्रता पूर्वक प्रस्तुत करने का आपको अवसर मिलता है। इसलिए मैंने पत्रकारिता क्षेत्र का चुनाव किया।”

पिंकी जैसी आज हिंदुस्तान की लाखों बेटियां हैं जो बदलते हिंदुस्तान की हस्ताक्षर बनकर समाज को प्रेरित कर रही है और कामयाबी की एक नई इबारत लिख रही है। ये सभी बदलते हिंदुस्तान की सशक्त बेटियां हैं।।