टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (03/04/2023): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रेल यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायत को फिर से शुरू करने के संबंध में वरिष्ठ नागरिकों को रियायत देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
अरविंद केजरीवाल ने पत्र में लिखा है, “देश के बुजुर्गों को पिछले कई सालों से रेल यात्रा में 50% तक की छूट मिल रही थी। इसका लाभ देश के करोड़ों बुजुर्गों को मिल रहा था। आपकी सरकार ने इस छूट को समाप्त कर दिया, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले दिनों लोकसभा में आपकी सरकार ने बताया कि रेल यात्रा में बुजुर्गों को दी जा रही छूट को बंद करने से सालाना 1600 करोड़ रुपयों की बचत हो रही है। कई बार हमें अहंकार हो जाता है कि हमें जो कुछ ज़िंदगी में मिला वो केवल हमारी मेहनत का नतीजा है। ऐसा नहीं है। हमारी तरक़्क़ी में हमारे बुजुर्गों का आशीर्वाद होता है। बिना उनके आशीर्वाद के कोई व्यक्ति, कोई समाज या कोई देश तरक़्क़ी कर ही नहीं सकता।”
उन्होंने कहा कि “जैसे दिल्ली में हम बुजुर्गों को उनके पसंद के तीर्थ स्थल की फ्री यात्रा करवाने ले जाते हैं। उनका आना, जाना, वहाँ रहना, खाना पीना सब कुछ सरकार देती है। इस से बुजुर्गों को असीम ख़ुशी मिलती है। वो दिल की गहराइयों से हमें आशीर्वाद देते हैं। आज दिल्ली हर क्षेत्र में खूब तरक़्क़ी कर रही है। उसका कारण इन बुजुर्गों का आशीर्वाद है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि “सर, बात पैसे की नहीं है। बात नीयत की है। दिल्ली सरकार अपने 70,000 करोड़ के बजट में से बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा पर अगर 50 करोड़ खर्च कर देती है तो दिल्ली सरकार कोई गरीब नहीं हो जाती। आने वाले साल में केंद्र सरकार 45 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसमें बुजुर्गों की रेल यात्रा में छूट पर मात्र 1600 करोड़ खर्च होते हैं। ये राशि समुद्र में एक बूँद जैसे है। इसके खर्च ना करने से कोई केंद्र सरकार अमीर नहीं हो जाएगी और इसके खर्च करने से केंद्र सरकार गरीब नहीं हो जायेगी। लेकिन जब इसे रोका जाता है तो हम एक तरह से अपने बुजुर्गों को संदेश दे रहे हैं कि हम आपकी परवाह नहीं करते। ये बहुत ग़लत है। ये भारतीय संस्कृति के ख़िलाफ़ है। मैंने कई बुजुर्गों से बात की। रेल यात्रा में दी जा रही यह छोटी सी रियायत उनके लिए बड़ा मायने रखती है।”
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हुए कहा है कि “बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द इस रियायत को बहाल करने का कष्ट करें।”