दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री को दिया न्योता, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (02/04/2023): आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज यानी रविवार को असम के गुवाहाटी में एक कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल हुए। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, 24 घंटे मुफ्त बिजली, पानी और अन्य मुद्दों को लेकर असम के मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा शर्मा पर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा को दिल्ली आने का न्योता दिया है।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “पिछले 75 साल में आपने 52 साल कांग्रेस को सरकार दी, 10 साल असम गण परिषद और पिछले 7 साल BJP की सरकार बनाई। आपने मौका देने में कोई कसर नहीं छोड़ी, बदले में क्या मिला? लूट और धोखा। इनसे त्रस्त होकर आपने हमें बुलाया, हम आपका धन्यवाद करते हैं।”

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “हेमंत बाबू 2 दिन से धमकी दे रहे हैं कि मुझे जेल में डाल देंगे, मैं आतंकवादी हूं क्या? हेमंत मुख्यमंत्री तो बन गए लेकिन असम की संस्कृति नहीं सीख पाए। असम के लोग तो बहुत प्यारे, अच्छे होते हैं, वो जेल भेजने की धमकी नहीं देते।”

अरविंद केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा को आमंत्रित करते हुए कहा कि “मैं हिमंत बाबू को आमंत्रण देता हूं। चाय नाश्ते के लिए मेरे घर आइएगा। आपने तो कुछ नहीं किया, मैं खुद आपको घुमाऊंगा। दिखाऊंगा क्या काम किया है हमने हर क्षेत्र में।”

अरविंद केजरीवाल ने बेरोजगारी और पेपर लीक के मुद्दा को लेकर असम सरकार पर हमला करते हुए कहा कि “असम में बहुत बेरोज़गारी है। सरकार कहती है कि 25 लाख युवा बेरोज़गार हैं, जबकि 50 लाख युवा बेरोज़गार हैं। हिमंत जी से युवाओं को रोज़गार नहीं दिया जाता, पेपर लीक हो जाते हैं। जबकि दिल्ली में 8 साल से हमारी सरकार है, एक पेपर लीक नहीं हुआ।”

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री की पत्नी प्राइवेट स्कूल चलाएगी, उस प्रदेश के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल सकती। वहां के सरकारी स्कूल कभी अच्छे नहीं हो सकते। हमें मौका दीजिए, असम के स्कूल भी अच्छे हो सकते हैं।”

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “गुवाहाटी में सिर्फ एक सरकारी अस्पताल है। असम के सरकारी अस्पतालों, डिस्पेंसरियों की छतें टूटी हुई हैं, मशीनें काम नहीं करती, दवाइयां नहीं मिलती। हमने दिल्ली में सरकारी अस्पताल शानदार कर दिए, मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए। इलाज-दवाइयां सब फ्री हैं।”

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “पीएम मोदी ने इसी मैदान में कहा था कि “ब्रह्मपुत्र यहीं से निकल रही है, घर-घर पानी पहुँचा दूंगा‌।” पानी नहीं पहुंचा। मैं वादा करता हूँ कि हमारी सरकार बना दो, एक-एक घर में पानी पहुँचा दूंगा। उनके वादे झूठे हैं। हम जो कहते हैं, वो करते हैं।”

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “असम में कोल माफ़िया, रेत माफ़िया है। हमने दिल्ली में शिक्षा-स्वास्थ्य माफ़िया, पानी माफ़िया ख़त्म कर दिया। असम का 3.25 लाख करोड़ का बजट है, 1.23 लाख करोड़ का क़र्ज़ है। जब स्कूल-अस्पताल, सड़क नहीं बनी तो ये पैसा कहां गया?”

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “असम में बिजली महंगी है, पावर कट लगते हैं। दिल्ली में बिजली फ्री है, 24 घंटे बिजली आती है। पंजाब में बिजली फ्री है, 24 घंटे बिजली आती है। असम में भी हो सकता है। झाड़ू का बटन दबा देना इस बार।” प्रधानमंत्री के पढ़ा-लिखा होने के मुद्दा उठाते हुए कहा कि “हमारा देश महान है, लोग महान हैं। 21वीं सदी में भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री पढ़े लिखे होने चाहिए। अपनी गरीबी की वजह से कोई पढ़ा लिखा हो तो कुछ नहीं कर सकते। पर प्रधानमंत्री तो पढ़ा-लिखा होना चहिए।”