टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (31 मार्च 2023): सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ( SCBA) के अध्यक्ष, सचिव एवं उपाध्यक्ष सहित तमाम पदों पर चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि वर्तमान में SCBA के अध्यक्ष, सचिव एवं उपाध्यक्ष को लेकर SCBA के सदस्य अर्थात् उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता क्या सोचते हैं और आगामी चुनाव के बाद जो अधिवक्ता इन पदों के लिए चयनित होकर आएंगे उनसे क्या अपेक्षा है, कौन से ऐसे मसले हैं जिनपर अधिवक्ताओं के हित में तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है।
इस बाबत टेन न्यूज की टीम ने उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता ए.के. भारद्वाज से टेलीफोनिक बातचीत की। अधिवक्ता भारद्वाज ने SCBA के वर्तमान अध्यक्ष अधिवक्ता विकास सिंह के कार्यकाल के संबंध में बात करते हुए कहा कि ” विकास सिंह ने अपने कार्यकाल में न्यायधीशों से अच्छे ताल्लुकात रखे, सदैव मुख्य न्यायाधीश के करीब रहने की कोशिश की। इन्होंने सदस्यों के लिए और सदस्यों के हित में कोई काम नहीं किया है।”
मतदान के अधिकार पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि ” संस्था में 18 हजार सदस्यों का आर्थिक योगदान है, लेकिन 26 सौ सदस्यों को ही केवल मतदान का अधिकार है। इन्होंने (विकास सिंह) ने सदस्यों के मताधिकार को लेकर कोई कार्य नहीं किया।” वर्तमान सचिव राहुल कौशिक को लेकर भी अधिवक्ता ए.के.भारद्वाज ने कहा कि ” इनके पिताजी अर्थात् बी.डी.कौशिक जी भी पद पर थे और अब राहुल कौशिक हैं। इन्होंने भी कुछ नहीं किया है, केवल ये लोग उन 26 सौ लोगों के बदौलत जिन्हें मताधिकार है पद पर आ जाते हैं। जीतने के बाद ये कुछ भी करते नहीं हैं और केवल अपना व्यक्तिगत काम करते हैं। अधिवक्ताओं के लिए सदस्यों के लिए इन्होंने कुछ नहीं कहा है।”
अपनी बातों को रखते हुए अधिवक्ता भारद्वाज ने कहा कि ” विकास सिंह सदैव अपने निजी केस लड़ते हैं और न्यायधीशों से अपने व्यक्तिगत संबंध मजबूत बनाते हैं और सदस्यों के कामों को सचिव अध्यक्ष पर तो अध्यक्ष सचिव पर टालते रहते हैं। इन्होंने सदस्यों के लिए लॉकर की सुविधा महंगी कर दी, पार्किंग की व्यवस्था महंगी कर दी। उपाध्यक्ष केवल डमी टाइप हैं। सदस्यों के लिए कभी जनरल बॉडी मीटिंग नहीं बुलाई गई।”
आगामी चुनाव को लेकर अधिवक्ता ए.के.भारद्वाज ने कहा कि “आगामी चुनाव जिन प्रत्याशियों के नाम अबतक सामने आए हैं उनमें अधिवक्ता डॉ अदिश अग्रवाल सबसे उपयुक्त हैं साथ ही सचिव पद के लिए प्रीति सिंह को उपयुक्त बताया है।”
वहीं इस सभी मसलों पर बात करते हुए अधिवक्ता ओंकार सिंह ने कहा कि ” विकास सिंह पर जो न्यायधीशों के करीब होने के आरोप लगाए हैं वो उनके आरोप हो सकते हैं लेकिन कोई भी काम व्यवस्था के भीतर रहकर किया जा सकता है। व्यवस्था से बाहर होकर काम नहीं किया जा सकता है।” साथ ही मताधिकार को लेकर उन्होंने कहा कि “मैं भी मानता हूं कि मताधिकार को लेकर आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है, मताधिकार के लिए पहल की जानी चाहिए।”
अधिवक्ता सिंह ने अधिवक्ताओं की प्रमुख चुनौतियों एवं समस्याओं पर बात करते हुए कहा कि” मेरे विचार से कोरोना महामारी के दौरान सबसे दयनीय स्थिति अधिवक्ताओं की हो गई थी उनका जीवनयापन करना मुश्किल हो गया था,और उस समय SCBA ने कुछ नहीं किया। तो निश्चित रूप से ऐसे कुछ पहल किए जाएं की भविष्य में अधिवक्ताओं को ऐसी कोई परेशानी नहीं हो।”
इन सभी मुद्दों पर बातचीत करने के लिए टेन न्यूज की टीम ने SCBA के वर्तमान अध्यक्ष अधिवक्ता विकास सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका है।
बता दें कि मिली जानकारी के मुताबिक 17 मई को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के अध्यक्ष, सचिव एवं उपाध्यक्ष सहित तमाम पदों पर चुनाव होना है।।