टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (29/03/2023): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यानी बुधवार को दिल्ली विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव पेश किया। इसे लेकर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि विपक्षी सदस्य ‘नो कॉन्फिडेंस मोशन’ लाना चाहते थे और उन्होंने इसके लिए विधायकों को काफी डराने-धमकाने की कोशिश की लेकिन हमारे विधायक नहीं टूटे।
अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र जैसे चालू हुआ भारतीय जनता पार्टी ने ऐलान किया था कि यह नो कॉन्फिडेंस मोशन लेकर आएंगे। दिल्ली विधानसभा में इनके 8 विधायक हैं तो एक प्रश्न उठा कि नो कॉन्फिडेंस मोशन लाने के 20 प्रतिशत साइन की जरूरत होती है। 20 प्रतिशत मतलब 14 विधायक की जरूरत होती है। तभी से ये सवाल उठ रहा था कि ये 14 विधायक कहां से लाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि “काफी विधायक को डराने-धमकाने की कोशिश किया गया कि तुम्हारा भी वही हाल कर देंगे जो मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का किया है और तुम्हारे ऊपर भी झूठे केस लगा देंगे जैसे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर लगा रखे हैं। उनको लालच देने की कोशिश किया गया और उन्हें भरोसा था कि 7-8 दिन के अंदर कम से कम ‘नो कॉन्फिडेंस मोशन’ लाने तक 14 विधायक तो ला ही देंगे। एक भी विधायक नहीं टूटा और सारे के सारे विधायक सदन में मौजूद थे और उन्होंने वोट किया। ये यह दर्शाता है कि हमारे विधायक कितने मजबूत है वो ना डर से टूटते हैं और ना लालच से टूटते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “आज ये ‘नो कॉन्फिडेंस मोशन’ तो नहीं ला पाएं क्योंकि इनके पास साइन करने के लिए 14 विधायक नहीं थे। लेकिन जवाब में हम लोग कॉन्फिडेंस मोशन लेकर आएं और वो कॉन्फिडेंस मोशन की भारी बहुमत से जीत हुई है। केवल सदन के अंदर ही आम आदमी पार्टी की सरकार को बहुमत नहीं है जनता का भी आम आदमी पार्टी की सरकार पर जबरदस्त विश्वास है।”