देश पहली बार देखेगा सुपर कैबिनेट का कंसेप्ट, मोदी ले सकते हैं फैसला, जानें बड़ी बातें

नई दिल्ली| नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट में बड़ा फेरबदल होने की संभावना है. यह भी माना जा रहा है कि कैबिनेट में विस्तार के साथ कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है. इन सभी कयासों के अलावा यह भी कहा जा रहा है कि मोदी सुपर कैबिनेट का कंसेप्ट ला सकते हैं. इसमें दो मंत्रालयों को जोड़कर सुपर मिनिस्ट्री कंसेप्ट बनाया जा सकता है. रेल मंत्रालय की जगह मोदी सुपर ट्रांसपोर्ट मंत्रालय बना सकते हैं जिसमें भूतल परिवहन को भी शामिल किया जा सकता है. परिवहन से जुड़े सभी मामलों के लिए एक ही मंत्रालय होने का प्रस्ताव साल 2014 में आया था. यह प्रस्ताव अमेरिका की यूनिफाइड मिनिस्ट्री ऑफ ट्रांसपोर्ट से प्रेरित होकर लाया गया था.

सूत्रों के मुताबिक यह विस्तार इसी हफ्ते हो सकता है. कैबिनेट में बदलाव से बीजेपी के कुछ मंत्रियों को झटका मिल सकता है वहीं कुछ नए चेहरों को भी जगह मिलने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि इस विस्तार में नीतीश की जेडीयूऔर एआईएडीएमके नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. सूत्रों का यहां तक कहना है कि इस विस्तार में दो-दो जेडीयू और एआईएडीएमके से मंत्री बनाए जा सकते हैं.

जेडीयू की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजपी के नेतृत्‍व वाले एनडीए में शामिल के प्रस्‍ताव पर औपचारिक मुहर लगाई गई. इसी के साथ जेडीयू का केंद्र में बीजेपी के नेतृत्‍व वाले राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्‍सा बनने का रास्‍ता साफ हो गया.

उधर, चेन्नई में एआईएडीएमके के पनीरसेल्‍वम और पलानीस्‍वामी गुट के बीच समझौता हो गया है. पनीरसेल्वम को राज्य में उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा. खबरें हैं कि एकजुट होने के बाद इस पार्टी के भी एनडीए में शामिल होने की उम्‍मीद है. इस आधार पर कहा जा रहा है कि एआईएडीएमके से किन्हीं दो को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.

बता दें कि मोदी सरकार में ऐसे कई मंत्री हैं जिनके पास एक से ज्यादा मंत्रालय है. वहीं, इस फेरबदल को 2019 और आने वाले विधानसभा चुनावों से भी जोड़ कर देखा जा रहा है.

रेल मंत्रालय की बात करें तो पिछला हफ्ता काफी तनावपूर्ण रहा. पांच दिन के अंदर दो बड़े रेल हादसों के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की. हालांकि पीएम मोदी ने उनसे कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा है. जानकारों का कहना है कि सुरेश प्रभु को मोदी का भरोसेमंद सिपहसालार माना जाता है ऐसे में माना जा रहा है कि मोदी उन्हें अपनी कैबिनेट में बनाए रखेंगे.

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी के बेहतर काम को देखते हुए उन्हें रेल मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जा सकता है.

इस फेरबदल के बाद देश को एक नया रक्षा मंत्री मिलना तय है. मनोहर पर्रिकर ने गोवा का मुख्यमंत्री बनने के लिए रक्षा मंत्रालय से इस्तीफा दिया था तब से वित्त मंत्री अरुण जेटली ही रक्षा मंत्रालय का कामकाज संभाल रहे हैं.

वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का स्वास्थ्य पिछले कुछ महीनों से ठीक नहीं है. सूत्रों की मानें तो वह एक ऐसा मंत्रालय चाह रही हैं जहां उनकी सेहत की वजह से काम करने में उन्हें अधिक परेशानी न हो. सूत्रों के अनुसार इस बारे में उन्होंने पीएम से बात भी कर ली है.