टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (17/03/2023): दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने कहा कि एमसीडी की पिछली सरकारों ने दिल्लीवासियों को आवारा जानवरों से निजात दिलाने के लिए काम करना तो दूर पशु की गणना भी नहीं करवाई। दिल्ली में लगभग 6 लाख आवारा कुत्ते हैं। पिछले 7 वर्षों में कोई जनगणना नहीं की गई है। डॉग स्टेरलिज़ैशन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए योजना में आरडब्ल्यूए और डॉग लवर को शामिल किया जाएगा। केजरीवाल सरकार हर वादे को पूरा करेगी। आवारा जानवरों से दिल्ली को निजात दिलाने के लिए विश्वस्तरीय मॉडल लागू किया जाएगा।
शैली ओबरॉय ने कहा कि वह वसंत कुंज की घटना से चिंतित हैं। उन्हें जैसे ही इस घटना के बारे में पता चला उन्होंने अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई। इसके बाद उन्होंने स्ट्रीट डॉग्स के स्टेरलिज़ैशन के लिए आज एनजीओ से भी मुलाकात की है, जो कि एमसीडी से जुड़े हुए हैं। बैठकों के दौरान गैर-सरकारी संगठनों के लिए बुनियादी ढांचे की कमी सहित वर्तमान प्रणाली में कई खामियां सामने आयी हैं। दिल्ली में लगभग 6 लाख आवारा कुत्ते हैं।
पिछले 7-8 वर्षों में कोई जनगणना नहीं की गई है। इसके अलावा स्टेरलिज़ैशन के लिए ठोस इंतजाम नहीं किए गए। वर्तमान में शहर में 20 स्टेरलिज़ैशन केंद्र हैं, जिनमें से 16 कार्यरत हैं। स्टेरलिज़ैशन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए काम किया जाएगा।
मेयर ने अधिकारियों को स्टेरलिज़ैशन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आरडब्ल्यूए, डॉग लवर को शामिल करने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शहर में स्ट्रीट डॉग्स की अच्छी देखभाल सुनिश्चित करने के साथ लोगों को उस समस्या से निजात दिलायी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जानवरों से दिल्ली को निजात दिलाने के लिए विश्वस्तरीय मॉडल लागू किया जाएगा। स्टेरलिजैशन कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सर्वोत्तम प्रेक्टिस लागू की जाएगी। दिल्ली में आवारा आवारा जानवरों और नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का अभी इंतजार है। अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि घटना आवारा कुत्तों के कारण या किसी अन्य कारणों से हुई है।।