G 20 के C20 सेवा समूह का पानीपत में हुआ उद्घाटन

पानीपत हरियाणा 5 मार्च: देश भर में हो रहे विभिन्न  नागरिक समूहों’ एवं गैर सरकारी संगठनों के 200 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों की भागीदारी वाले G 20 के अंतर्गत C 20 के माध्यम से देश – विदेश में कई कार्यक्रम हो रहें है। इसी कड़ी में  G 20 के अंतर्गत आने वाले  C20 कार्य समूह SEWA –- Sense of Service, Philanthropy and Volunteerism (सेवा – परोपकार और स्वयंसेवा की भावना) का पानीपत में संत ईश्वर फाउंडेशन द्वारा संचालित माता चंद्रकांता स्मृति सेवा न्यास में स्थित  ज्ञानदीप सेवाधाम में भव्य उद्घाटन किया गया।

इस उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  विनय सहस्रबुद्धे (डायरेक्टर आई.सी.सी.आर व पूर्व संसद सदस्य और संरक्षक C20 ने कहा कि C20 के सेवा प्रकल्प का यहां उद्घाटन किया गया हैं। आज विश्व भर  में कार्य कर रहें गैर सरकारी संगठन विश्वसनीयता के खतरे का सामना कर रहे हैं। ये एनजीओ अपने -अपने हिसाब से कार्य करते है। कुछ एनजीओ कम कार्य करके भी यह दिखाने का प्रयास करते है कि वो बहुत अधिक कार्य कर रहें है। वो सेवा के कार्य के नाम पर फंडिंग हासिल करते हैं। उनका नेटवर्क विश्व के कई देशों और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक फैला हुआ है। C 20 में इस विषय को इसलिए चुना गया है कि लोग आत्मप्रेरणा से सेवा कार्य कर सकें और उसके बारे में जान सकें।  इसके अलावा उन्होंने कहा कि बिना संवेदना के सेवा कार्यों को बेहतर तरीके से नहीं किया जा सकता है। भारत ने विश्व भर में सेवा कार्य करके एक अनोखा उदाहरण पेश किया है। कोरोना संकट काल के दौरान  भारत ने विश्व के कई देशों में निशुल्क वैक्सीन उपलब्द करवाई है। इसके अलावा तुर्की में हाली में आए भूकंप के दौरान भारत ने ऑपरेशन दोस्त चलाकर कई लोगों की जान बचाई थी। इसके अलावा भारत की सेना विश्व में शांति सेवा के कार्यों में निरंतर अपनी भूमिका निभा रही हैं।

वही विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में आए पराग अभ्यंकर जी (अखिल भारतीय सेवा प्रमुख आरएसएस) ने कहा कि हमारे महापुरुषों ने सेवा को मनुष्य का प्रमुख धर्म बताया हैं और उन्होंने इसका अपने जीवन में बखूबी पालन भी किया है। सेवा की भावना हम भारतीयों के खून में है। सेवा के कार्यों को विदेशों में लोग करुणा के रूप में देखते है। उनको लगता है की इस कार्यों को करके वो लोग बहुत बड़े बन रहे हैं। वहीं भारत में सेवा को कर्त्तव्य माना गया है। यहां सेवा कार्य करने वाला व्यक्ति यह सोचता है कि ईश्वर ने उसको सेवा करने का एक मौका दिया है। इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि सेवा कार्यों के लिए तो हमारे लोगों ने अपना बलिदान तक किया है। हमारे यहां तो प्रकृति की भी सेवा की जाती है। हमारे लिए सेवा का जनकल्याण से अर्थ है।

. विजय के नांबियार (शेरपा C20) ने इस अवसर पर कहा कि यह कार्यक्रम सेवा के कार्यों को सही अर्थों में चरिचार्त करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है कि सामाजिक विकास को जनभागीदारी से पूरा किया जा सकता है।
कपिल खन्ना  (अध्यक्ष, संत ईश्वर फाउंडेशन) इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की उन्होंने कहा कि इस स्कूल को उनके परिवार ने 20 साल पहले शुरू किया था। उस समय यहां सिर्फ एक कमरा हुआ करता था। इस पूरे स्कूल के निर्माण में सेवा भारती और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। इस स्कूल के माध्यम से घुमंतू समाज से बच्चों को नया जीवन मिला है। इसके अलावा रेणु पाठक जी, (महामंत्री राष्ट्रीय सेवा भारती) ने कहा कि देश के कई सामाजिक संगठन कार्यरत है। उनमें से सेवा भारती एक है। इसके अंतर्गत 1000 से अधिक संगठन कार्य कर रहें है। इस माता चंद्रकांता स्कूल से बड़ी संख्या में छात्र पढ़कर निकले है और आज समाज में कई बढ़े पदो पर आसीन हैं। हमें अपने कार्यों के अलावा कुछ समय राष्ट्रीय विकास के कार्यों में लगाने की जरूरत हैं।  मा. संतोष गुप्ता जी (आई.एस.आर.एन व इंडिया कॉर्डिनेटर, सेवा वर्किंग ग्रुप C20) ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के डीएनए में सेवा का भाव हैं। कोरोना काल में भारत ने विश्व भर में अपने सेवा कार्यों को सफलता पूर्वक करके एक अमिट मिशाल पेश की है।

इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए ‘संत ईश्वर फाउंडेशन’ की राष्ट्रीय सचिव एवं C20 की सेवा संयोजक सुश्री वृंदा खन्ना ने बताया कि “उनका उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से सेवा की भावना का देश में विस्तार करना है। इसके अलावा विश्व भर में सेवा शब्द को प्रचलित करना है। इस कार्यक्रम को पानीपत की छोटी बस्ती के प्रकल्प में इसलिए किया गया हैं क्योंकि सेवा शहरों में बैठकर नहीं की जा सकती है। सेवा के कार्यों को करने के लिए हमें जमीनी स्तर पर जाना होता है। जहां सेवा कार्यों किए जा रहें हो ऐसे  स्थानों पर अगर सेवा की चर्चा की जाती है तो उसका प्रभाव बहुत अधिक होता है। इसलिए इस अहम कार्यक्रम को पानीपत में आयोजित किया गया है”।

इसके अलावा उन्होंने आगे बताया कि संत ईश्वर फाऊंडेशन के माध्यम से पिछले 20 वर्षों से पानीपत में कई सेवा प्रकल्पों और माता चंद्रकांता विध्यालय का संचालन किया जा रहे हैं। जिसके माध्यम से प्रतिवर्ष 250 जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्द करवाई जा रही हैं।  इस प्रयास के माध्यम से इस विध्यालय से पढ़कर कई बच्चों ने समाज में कई बड़ी सफलता हासिल की है।
इस कार्यक्रम में

मा. सुधीर जी (अखिल भारतीय संगठन मंत्री, राष्ट्रीय सेवा भारती) संजय भाटिया, करनाल के सांसद,  प्रमोद जी विधायक नगर सीट, महिपाल ढांडा विधायक ग्रामीण, डीसी सुशील सारवान आदि मौजूद रहें।