कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल द्वारा दिए बयान को लेकर गरमाई सियासत, कांग्रेस ने बीजेपी को दिया करारा जवाब

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (04/03/2023): कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में भारत को लेकर दिए बयान पर हिंदुस्तान में सियासत गरम हो गई है। भारतीय जनता पार्टी इसे देश विरोधी बता रही है तो वहीं कांग्रेस पार्टी कह रही है कि चीन के मुद्दे पर आखिर क्या मजबूरी है कि प्रधानमंत्री चुप्पी साध कर बैठे हुए हैं।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी का कैंब्रिज में भाषण को आधार बनाकर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी जी देश के प्रमुख नेताओं में से एक हैं, 4 बार के चुने हुए सांसद हैं। जब वे कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी जैसे शैक्षणिक संस्थान में अमेरिका और चीन के बीच के द्वंद में भारत की भूमिका और लोकतंत्र पर चर्चा करते हैं ​तो वे भारत का मान बढ़ाते हैं।

सवाल यह है कि चीन के मुद्दे पर आज प्रधानमंत्री क्यों चुप हैं, प्रधानमंत्री की जुबान क्यों नहीं खुलती है। लगातार चीन हमारी सीमा में घुसता जा रहा है और जी-20 की बैठक में चीन के विदेश मंत्री का लाल कारपेट लगाकर स्वागत किया जा रहा है। पीएम मोदी 20 जवानों की शहादत के बाद चीन का नाम नहीं लेते। जिनपिंग के साथ झूला झूलते हैं, शहनाई सुनते हैं, लाल शर्ट में हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं, चीन को क्लीनचिट देते हैं।

सुप्रिया श्रीनेत ने इन तमाम बातों का ज़िक्र करते हुए शायराना अंदाज में कहा कि शायद इन सब बातों का जवाब यही है- ‘ये प्यार न होगा कम, सनम। राहुल गांधी जी ने कैम्‍ब्र‍िज में कहा- अमेर‍िका और चीन की खींचतान के बीच व‍िश्‍व जूझ रहा है।ऐसी स्‍थ‍ित‍ि में भारत की अहम भूम‍िका होगी। भारत लोकतांत्र‍िक मूल्‍यों का समन्‍वय स्‍थाप‍ित करेगा।

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी ने कैम्‍ब्र‍िज में कहा- दुनिया के लोकतांत्रिक देशों को उत्पादन बढ़ाना पड़ेगा ताकि लोगों को नौकरियां मिले, उनकी आय बढ़े। यह जरूरी है क्योंकि आर्थिक असमानता बढ़ गई है, सिर्फ 1% लोगों के पास 40% संसाधन है। इस बात से क्या आपत्ति हो सकती है?