दिल्ली निगम में नेताओं का सियासी ड्रामा, जनता ने नेताओं के करतूत पर उठाए गंभीर सवाल

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (26/02/2023): दिल्ली में एमसीडी चुनाव के बाद आखिरकार हंगामे के बीच दिल्ली को अपना मेयर तो मिल गया लेकिन अभी भी पार्षदों के बीच घमासान जारी है और वह थमने का नाम नहीं ले रही है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी में इन दिनों लगातार सदन के अंदर थप्पड़ कांड जारी है। बीजेपी और आप के बीच हाई वोल्टेज सियासी ड्रामा किया जा रहा है।

चुनाव के बाद हाई वोल्टेज ड्रामा पार्षदों के तरफ से स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर जारी है। स्टैंडिंग कमिटी चुनाव पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी का पेंच फंस चुका है। एमसीडी चुनाव को लगभग 3 महीने हो गए लेकिन अभी भी अस्थाई रूप से एमसीडी पर किसी का अधिकार नहीं है। जनता परेशान है दिल्ली का विकास कैसे होगा चुनाव के दौरान जो दावे और वादे किए गए थे वह कब पूरा होगा यह तमाम तरह के सवाल है।

इन सवालों को टटोलने की कोशिश टेन न्यूज ने की कुछ युवाओं से बातचीत के दौरान यह समझना बेहद मुश्किल है कि आखिर कब नेता जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। राजेश नाम के युवा व्यक्ति टेन न्यूज से कहा कि आपस में यह पार्षद लड़ रहे हैं देश ही नहीं बल्कि दुनिया में शर्मिंदगी भरी तस्वीरें वायरल हो रही है। जनता बहुत उम्मीदों के साथ इनको चुनकर भेजी थी लेकिन आज यह सिर्फ आपस में लड़ रहे हैं और इससे दिल्ली का विकास बिल्कुल प्रभावित हो गया है।

राजेश ने टेन न्यूज से बताया कि जनता की जो उम्मीद है वह नेताओं से हट चुकी है कुत्ते बिल्ली की तरह आपस में सदन के अंदर लड़ रहे हैं। सदन की गरिमा को तार-तार कर रहे हैं एक दूसरे पर बोतले फेंक रहे हैं। राजेश ने सीधे तौर पर इस घमासान के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी को दोषी ठहराया और कहा कि सिर्फ और सिर्फ इनका मकसद ड्रामा करना है दिल्ली की जनता को इनसे कोई उम्मीद नहीं है।

इस मुद्दे पर टेन न्यूज से बातचीत करते हुए सेजल नाम की एक लड़की ने कहा कि मौजूदा दौर में मेरा तो विश्वास ही नेताओं के ऊपर से उठ चुका है। बहुत उम्मीद के साथ इनको वोट दिया जाता है यह पॉलिटिकल स्टंटबाजी करते हैं। एक दूसरे पर आरोप लगाते हैं संविधान को दोषी ठहराते हैं सुप्रीम कोर्ट को दोषी ठहराते हैं। इनका ईरादा हीं नहीं है काम करने का आपस में लड़ते हैं झगड़ते हैं जनता को परेशान करते हैं आंदोलन करते हैं प्रदर्शन करते हैं और जनता इन्हें जो उम्मीदों के साथ सदन में भेजी थी उस उम्मीदों पर यह सिर्फ पानी फेरने का काम कर रहे हैं।

वहीं जिब्रान खान नाम के व्यक्ति ने टेन न्यूज से कहा कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी वर्चस्व की लड़ाई दिल्ली में लड़ रही है। लेकिन इस बीच कांग्रेस पार्टी गायब है क्योंकि उनका जनाधार अब दिल्ली के अंदर बचा नहीं। जिब्रान खान ने सीधे तौर पर गृह मंत्री से मांग किया कि सदन को भंग किया जाए और दिल्ली को केंद्र को अपने अंदर लेकर विकास की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए।

आम आदमी पार्टी और बीजेपी को दोषी ठहराते हुए जिब्रान खान ने कहा कि आज युवाओं का जो मन है वह नेताओं के ऊपर से बिल्कुल उठ चुका है। बड़े-बड़े दावे और वादे किए गए थे लेकिन विकास के नाम पर धक्का मुक्की सदन के अंदर जारी है। सवाल विकास का है जो वादे किए गए थे उसे पूरा करने का है लेकिन उम्मीद अब दिल्ली कि जनता को इनसे नहीं है। जिब्रान ने कहा कि मुझे लगता है कि ये विकास करेंगे या सिर्फ आपस में लड़ते रहेंगे पता नहीं।।