टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (23/02/2023): विदेश मंत्री एस. जयशंकर आज यानी बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के पुणे में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम आज यहां इसलिए इकट्ठे हुए हैं क्योंकि भारत को जी20 की अध्यक्षता मिली है। G20 विश्व के 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। यह सिर्फ 20 देशों का संग्रह नहीं है। कठिन समय में G20 की अध्यक्षता एक बहुत ही खास जिम्मेदारी है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि हम अभी भी पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं कि डिजिटल ने हमारे जीवन को कितना बदल दिया है। हर बार जब आप उस स्क्रीन को देखते हैं तो आप कुछ सीख रहे होते हैं लेकिन कोई और भी आपके बारे में कुछ सीख रहा होता है। आपकी पसंद, नापसंद, मांग और पसंद सभी को पकड़ा जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि यह एक घातक गंभीर मुद्दा है। प्रत्येक डिजिटल लेनदेन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में योगदान देता है, क्षमताओं के निर्माण में योगदान देता है जो आने वाले वर्षों में राष्ट्रों के बीच शक्ति संतुलन का निर्धारण करेगा।
उन्होंने कहा कि आधार नंबर एक जादुई नंबर की तरह हो गया है। यह रीढ़ की हड्डी है जिस पर लाखों लोगों का दैनिक अस्तित्व निर्भर करता है। हमारी डिजिटल छवि बढ़ रही है। जापान, यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, जर्मनी और पुर्तगाल सहित देश हमारी प्रतिभा के लिए हमारे पास आ रहे हैं। G20 का जनादेश आर्थिक विकास और विकास को बढ़ावा देना है। G20 सोचता है कि भारत क्या योगदान दे सकता है? मैं कहूंगा कि दुनिया देख रही है कि इस साल दुनिया की 15% विकास दर भारत से आने वाली है। जी20 जिस समाधान की तलाश कर रहा है, उसमें हम 15% हैं।