टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (20/02/2023): दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में एक बार फिर बवाल मच गया है। दरअसल कल यानी रविवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता और वापमंथी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। इसके बाद दोनों तरफ से एक-दूसरे पर आरोप लगाए गए। तो वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं ने वामपंथी छात्र पर शिवाजी महाराज के तस्वीर को कथित रूप से फेंकने का आरोप लगाया है। साथ ही ABVP के कार्यकर्ताओं ने मांग किया है कि इस मामले में जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस सख्त कार्रवाई करें। इसके अलावा ABVP के कार्यकर्ताओं ने जेएनयूएसयू कार्यालय का नाम शिवाजी महाराज के नाम पर रखने की मांग की है।
इस मामले में एबीवीपी जेएनयू के सोशल मीडिया संयोजक कुमार आशुतोष ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि “एबीवीपी सदस्यों ने जेएनयूएसयू कार्यालय में शिवाजी का चित्र रखा। वामपंथी वहां आए और सभी चित्र हटा दिए और माला को कूड़ेदान में फेंक दिया और फिर लड़ाई छिड़ गई। इस दौरान 5 से 6 एबीवीपी के सदस्य भी घायल हुए। हम जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हैं और जेएनयूएसयू कार्यालय का नाम शिवाजी महाराज के नाम पर रखने की भी मांग करते हैं।
इससे पहले JNU NSUI के महासचिव गणपत चौधरी ने कहा कि एबीवीपी के सदस्यों ने जेएनयूएसयू कार्यालय में शिवाजी का चित्र रखा, जिसके लिए जेएनयूएसयू प्रतिनिधिमंडल से अनुमति की आवश्यकता थी। इसके बावजूद उन्होंने इसे अवैध तरीके से किया। अन्य छात्र वहां आए और स्क्रीनिंग कार्यक्रम के लिए सभी पोर्ट्रेट हटा दिए, जिसके कारण दो समूहों के बीच लड़ाई छिड़ गई।