टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (14/02/2023): दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले चरण को यातायात के लिए खोले जाने के बाद अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने 15 फरवरी के रात 12 बजे से टोल वसूलने की मंजूरी दे दिया है। साथ ही एनएचएआई ने दूरी के हिसाब से टोल दरें भी निर्धारित किया है।
हरियाणा और राजस्थान में संचालित टोल प्लाजा पर दूसरे हिसाब से टोल वसूला जाएगा। पहले चरण में केवल 19.8 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए सबसे अधिक 90 रुपये देने होंगे। सोहना से प्रवेश करने वाले वाहनों को वेस्टर्न पेरिफेरल स्थित खलीलपुर लूप पर उतरने पर यह टोल भरना होगा।
एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि “टोल का निर्धारण दूरी के साथ ही सड़क निर्माण में स्ट्रेक्चर (ढांचा) को देखकर तय किया जाता है। जिस हिस्से में ढांचे के रूप में पुल, रेलवे ओवर ब्रिज या फिर अन्य तरह के पुलों का निर्माण ज्यादा होता है, वहां पर टोल अधिक वसूला जाता है।”
अब सोहना से वेस्टर्न पेरिफेरल तक के हिस्से में पुल व अंडरपास काफी ज्यादा हैं, जिसके कारण इस हिस्से में कार से सफर करने पर लगभग पौने पांच रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल देना होगा। बाकी अगर राजस्थान स्थित बड़कापारा टोल तक जाते हैं तो 2.19 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से 500 रुपये ही टोल भरना होगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा इसकी लंबाई 1,386 किलोमीटर है। यह दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी को 12 प्रतिशत कमकर 1,424 किलोमीटर से 1,242 किलोमीटर कर देगा। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा समय में 50 प्रतिशत की कमी आएगी। वर्तमान में दिल्ली से मुंबई जाने में 24 घंटे का समय लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से करीब 12 घंटे समय लगेंगे।
यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। इसके अलावा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।।