टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (14/02/2023): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मंगलवार को न्यूज़ एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू दिया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2023 में राज्य के चुनाव, अडानी-हिंडनबर्ग मामला, PFI प्रतिबंध, संसद व्यवधान, आंतरिक सुरक्षा, भाजपा द्वारा कई शहरों के नाम बदलने, 2024 लोकसभा चुनाव और अन्य मुद्दों पर चर्चा किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा चुनाव पर कहा कि “हमने ‘चलो पलटाई’ का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हमने स्थिति को बदला है। हमने बजट अच्छा किया है। हमने हिंसा को समाप्त किया है। नशे के कारोबार पर कठोरता से नकेल कसी है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने PFI प्रतिबंध पर कहा कि “PFI कैडर पर कई मामले थे उन्हें समाप्त करने का काम कांग्रेस ने किया, जिसे कोर्ट ने रोका। हमने PFI को सफलतापूर्वक बैन किया। PFI देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था। आतंकवाद का एक प्रकार से सामग्री तैयार करने का काम वे लोग कर रहे थे।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “PM मोदी ने उत्तर-पूर्व और भारत के बाकी के हिस्सों के बीच जो मन की दूरी थी उसे समाप्त कर दिया है। आज उत्तर-पूर्व के लोगों को मन से लगता है कि बाकी हिस्सों में हमारा सम्मान है। बाकी राज्यों से लोग उत्तर-पूर्व जाते हैं तो वे उनका भी सम्मान करते हैं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद पर कहा कि “बिहार और झारखंड में नक्सलवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल करने में हम सफल होंगे। जम्मू-कश्मीर में भी आतंकवाद से संबंधित सभी प्रकार के आंकड़े सबसे अच्छी स्थिति में हैं।”
भाजपा द्वारा कई शहरों के नाम बदलने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “एक भी शहर ऐसा नहीं है जिसका पुराना नाम न हो और बदला है। इसपर बहुत सोच समझकर हमारी सरकारों ने फैसले लिए हैं और हर सरकार का ये विधायी अधिकार है।”
भारत द्वारा G-20 की अध्यक्षता करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “अगर मोदी जी के समय में G-20 का नेतृत्व भारत को मिला है और G-20 यशस्वी तरीके से संपन्न होता है तो इसका यश मोदी जी को मिलना ही चाहिए। क्यों न मिले? अगर प्रोडक्ट अच्छा है तो उसे गाजे बाजे के साथ मार्केट करना ही चाहिए।”
संसद में एक्सपंज(अमर्यादित टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देना) पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि “संसद की कार्यवाही एक्सपंज वाक्यों से भरी पड़ी है। संसद में नियमों के हिसाब से बहस करनी होती है, संसदीय भाषा में करनी होती है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 लोकसभा चुनाव पर कहा कि “2024 में कोई स्पर्धा नहीं है, देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। देश की जनता को तय करना है अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है।”
अडानी से जुड़े मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि “सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है। कैबिनेट का सदस्य होने के नाते इस समय इस मुद्दे पर मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं होगा, परन्तु इसमें भाजपा के लिए कुछ छुपाने के लिए नहीं है और न ही किसी बात से डरने की जरूरत है।”