टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (09/02/2023): आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आज बृहस्पतिवार को नियम 267 के तहत अडानी समूह द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर राज्यसभा में नोटिस दिया है। साथ ही, उन्होंने राज्यसभा के सभापति से अपील किया है कि सदन के अन्य कार्यों को स्थगित कर जनहित से जुड़े इस मामले पर सदन में चर्चा कराई जाएं।
आप सांसद संजय सिंह ने पत्र में लिखा है, बीते दिनों भारत के सबसे बड़े कॉर्पोरेट समूह ‘अडानी ग्रुप’ द्वारा बड़े स्तर पर किये गए शेयरों में हेरफेर, आर्थिक अनियमितता और धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। ये आरोप इतने गंभीर है कि बीते कुछ दिनों में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) जिसके पास अडानी ग्रुप के स्टॉक्स की 81 हजार करोड़ से अधिक कीमत की शेयर होल्डिंग है, उसे लगभग 65,400 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि हिडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित देश के कई सरकारी बैंकों के भी करोड़ों रुपये दांव पर है क्योंकि वर्तमान में अडानी ग्रुप पर 2.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है, जिसमे अडानी ग्रुप ने बड़े स्तर पर कई सरकारी बैंको से लोन ले रखा है। रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप की 7 लिस्टेड कंपनियों का 85% से ज्यादा अधिमूल्यन (overvaluation) किया गया है। इन कंपनियों ने बड़े पैमाने पर शेयर गिरवी रखकर कर्ज लिए हैं। अडानी परिवार के सदस्यों एवं समूह के अधिकारियों पर कई आपराधिक एवं धोखाधड़ी के मामले पहले से ही दर्ज है।
उन्होंने कहा कि मनी लॉन्डिंग, करदाताओं के धन की चोरी, जैसे गंभीर आरोपों में अडानी समूह की भूमिका होने के बाद भी एलआईसी, एसबीआई सहित कई सरकारी संस्थाओं द्वारा अडानी ग्रुप में निवेश करना जारी रखा गया।सेबी द्वारा बिना जांच पूरी किए अडानी इंटरप्राइजेज को 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ और निवेशकों से पैसे की मांग को मंजूरी दिया जाना भी एक व्यपाक आर्थिक अनियमितता के तरफ इशारा करता है।
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में जितनी जल्दी जाँच शुरू की जा सके उतनी ही जल्दी निवेशकों और आम जनता के हितों की रक्षा कि जा सकेगी अन्यथा यह उन करोड़ों भारतीयों के जीवन को नष्ट कर देगा जो जीवन भर की बचत एलआईसी और एसबीआई जैसी कंपनियों में डालते हैं।।