टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (06 फरवरी 2023): “अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन” संस्था द्वारा रविवार को अशोक चक्र विजेताओं पर आधारित विश्व का पहला और सबसे बड़ा “दोहा संग्रह” का लोकार्पण किया गया है। इस दोहा संग्रह की सबसे खास बात यह है कि यह भारत के वीर प्रहरियों, सीमा रक्षकों और अशोक चक्र विजेताओं पर आधारित विश्व का पहला और सबसे बड़ा “दोहा संग्रह” है। जिसका लोकार्पण रविवार को हुआ, अतिथि के रूप में डॉ चंद्रपाल शर्मा (साहित्य भूषण, वरिष्ठ साहित्यकार), पिलखुआ; ले.जन. विष्णुकांत चतुर्वेदी (सेवानिवृत), नोएडा; डॉ इंदिरा मोहन (अध्यक्ष, दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन); डॉ प्रमोद कुश ‘तनहा’ ( फिल्मी गीतकार एवं गजलकार) उपस्थित रहे।
इस बाबत टेन न्यूज से खास बातचीत में “अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन” के महासचिव ओंकार त्रिपाठी ने कहा कि ये आयोजन भारत के अमर शहीदों के नाम था, जिन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया है। जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। देश के कोने कोने से और विदेश से भी लोग इस कार्यक्रम में आए हैं। इस कार्यक्रम की एक विशेषता है की 167 कवियों द्वारा 2063 दोहों का संग्रह है। यह विश्व का पहला सबसे बड़ा दोहा संग्रह है।
वहीं “अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन” के संस्थापक एवं अध्यक्ष राजीव पांडे ने टेन न्यूज का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह संस्था एक ऐसा काम करना चाहता है जो अनोखा हो। उन महानायकों को राष्ट्र को समक्ष लाया जाए, और गद्य की भूमिका में संभवत: हमलेगों ने पढ़ा हो लेकिन पद्य की भूमिका में जब हम उनको पढ़ते हैं तो वह कंठस्त हो जाता है और भविष्य की पीढ़ी के लिए काम आता है। इस तरह से हमने इस दोहा संग्रह का संकलन तैयार किया है। भारत के अशोक चक्र विजेताओं पर अशोक चक्र काव्योत्स्व इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में आया ये हम सबके लिए गौरव की बात है। निरंतर हमारी यह यात्रा जारी है, हम आगे चल रहे हैं। दुनियाभर से लोग हमारे साथ आ रहे हैं और हमारा सहयोग कर रहे हैं।
बता दें कि “अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन” संस्था द्वारा अशोक चक्र विजेताओं पर आधारित यह विश्व का पहला और सबसे बड़ा “दोहा संग्रह” का लोकार्पण किया गया।।