टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (04/02/2023): कांग्रेस नेता अजय माकन ने दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पहली बार केजरीवाल सरकार लोकपाल के नाम पर बनी थी, मगर अब लोकपाल कहां है? यह पूछना इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि केजरीवाल के ऊपर, उनके मंत्रिमंडल के ऊपर लग रहे भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कौन करेगा? साथ ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल की इस्तीफे की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी लोकपाल के नाम पर बनी थी। अन्ना हजारे का आंदोलन लोकपाल के नाम पर हुआ था। 14 फरवरी 2014 को अरविंद केजरीवाल ने डिजोलेशन हाउस के लिए रिक्वेस्ट करा था, कांग्रेस की सपोर्ट में सरकार बना रहे थे तो लोकपाल के नाम पर बनाए थे। उन्होंने केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि आज 9 वर्ष हो गए कहाँ है लोकपाल? ये इसलिए पूछना जरूरी है। आज जब केजरीवाल के ऊपर और उनके मंत्रिमंडल के ऊपर भ्रष्टाचार के चार्जेस लग रहे हैं तो कौन इंक्वायरी करेगा?
उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर शीला जी ने लोकायुक्त स्थापित करी थी। लोकायुक्त के आखिरी एनुअल रिपोर्ट 2017 में केजरीवाल लेकर आए थे। लोकायुक्त के पास में डायरेक्टर इन्वेस्टिगेशन आज नहीं है। लोकायुक्त के पास में अपने पीएन और अपने ऑफिस के स्टाफ नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल सरकार से पूछना चाहता हूं कि लोकपाल लाने की बात तो दूर जो पुराने लोकायुक्त जो कांग्रेस के समय में बनाया गया था उसको भी आपने पंगू कर दिया। तो क्या यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है।
उन्होंने कहा कि आज शराब घोटाले में केजरीवाल का नाम, मनीष सिसोदिया का नाम, सत्येंद्र जैन का नाम स्थापित हो गया। गोवा के चुनाव के अंदर सब लोगों ने दिल्ली से निकाले गए पैसे, शराब घोटाले से निकाले गए पैसे इन लोगों ने पूरे देश में कांग्रेस के खिलाफ लगाया।
उन्होंने कहा कि दुख की बात यह है कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के नाम पर जन्मी हुई पार्टी है और आज भ्रष्टाचार में लिप्त है। लोकपाल भूल गए हैं। दिल्ली में पहले से स्थापित लोकायुक्त को कमजोर कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इनका इस्तीफा मांगती हैं। इनके मंत्रियों का इस्तीफा मांगती हैं। कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि ये लोग एक सेकंड भी अपने पद पर रहे।