टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (04/02/2023): कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की चिंताओं को दूर करने के लिए उचित कदम उठाया जाएं, उनकी मांगों को पूरा किया जाए और उन्हें सुरक्षा की गारंटी दी जाएं। साथ ही उन्होंने पत्र में दावा करते हुए कहा है कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के प्रति जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा “भिखारी” जैसे शब्दों का प्रयोग करना गैर-ज़िम्मेदाराना है।
उन्होंने पत्र के माध्यम से कश्मीर घाटी से विस्थापित कश्मीरी पंडित समुदाय की पीड़ा की ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है, “आतंकियों द्वारा हाल में कश्मीरी पंडितों व अन्य लोगों की लगातार टारगेटेड हत्याओं ने घाटी में डर और निराशा का माहौल बना दिया है।”
उन्होंने कहा है, “प्रधानमंत्री जी, पूरे भारत को प्रेम और एकता के सूत्र में पिरोने के लिए जारी भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू पड़ाव में कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधि मंडल अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिला। उन्होंने बताया कि सरकार के अधिकारी उन्हें कश्मीर घाटी वापस काम पर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि “इन हालातों में सुरक्षा और सलामती की पक्की गारंटी के बिना उन्हें घाटी में काम पर जाने के लिए मजबूर करना एक निर्दयी कदम है। हालात के सुधरने और सामान्य होने तक सरकार इन कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से अन्य प्रशासकीय व जनसुविधा के कार्यों में सेवाएँ ले सकती है।”
उन्होंने कहा कि “अपनी सुरक्षा और परिवार की चिंताओं को लेकर गुहार लगा रहे कश्मीरी पंडितों को आज जब सरकार से हमदर्दी और अपनेपन की उम्मीद है तब उप-राज्यपाल जी द्वारा उनके लिए “भिखारी” जैसे शब्दों का प्रयोग गैर- ज़िम्मेदाराना है। प्रधानमंत्री जी, शायद आप स्थानीय प्रशासन की इस असंवेदनशील शैली से परिचित न हों।”
उन्होंने कहा कि “मैंने कश्मीरी पंडित भाइयों-बहनों को भरोसा दिया है कि उनकी चिंताओं व माँगों को आप तक पहुँचाने का पूरा प्रयास करूँगा। मुझे उम्मीद है कि यह सूचना मिलते ही आप इस बारे में उचित कदम उठाएँगे।”