टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (01/02/2023): बेंगलुरु में पानी की समस्या को लेकर बेंगलुरु से आए लोगों ने जंतर मंतर पर प्रचंड प्रदर्शन किया। धरने में शामिल लोगों ने कहा कि आप सभी इस मुद्दे के बारे में जानते हैं, इस देश के कई कन्नड़ समर्थक संगठन, जिनमें किसान समर्थक संगठन और देश के विचारक शामिल हैं, लगभग 3-4 दशकों से इस मुद्दे पर विभिन्न तरीकों से लड़ रहे हैं।
हालांकि, भारत के लोगों के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भविष्य की सरकारें हमारी पुकार नहीं सुन रही हैं, क्योंकि सभी जानते हैं कि इस परियोजना से बैंगलोर शहर सहित 6-7 जिलों को पीने का पानी उपलब्ध होगा जैसा कि बैंगलोर शहर बढ़ रहा है, दैनिक यातायात लगभग 800 मिलियन है।
2030 तक लगभग 1500 मिलियन लीटर पीने के पानी की आवश्यकता होगी। मकेदातु जल परियोजना भविष्य की दूरदर्शी योजना में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, भले ही कावेरी ट्रिब्यूनल अधिनियम के अनुसार तमिलनाडु को 190 टीएमसी पानी जारी किया जाता है, तमिलनाडु पेयजल मेकेदातु परियोजना के लिए डंडा हिलाना सही नहीं है।
कई कन्नड़ समर्थक संगठन ‘चलो दिल्ली चलें’ अभियान के माध्यम से केंद्र सरकार पर आंच लाने के लिए तैयार हैं, उनका कहना है कि केंद्र सरकार को अपनी शुष्क राजनीति को तुरंत दूर करना चाहिए और राज्य में पीने के पानी को दूषित होने से रोकना चाहिए।।