मासूम बच्ची के चिट्ठी से गायब हुआ राहुल गांधी के घुटने का दर्द

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (30/01/2023): कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा आज सोमवार को श्रीनगर में समाप्त हो गई। भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी के द्वारा सात सितंबर को दक्षिण भारत के कन्याकुमारी से शुरू किया गया था जो 136 दिन बाद 14 राज्यों का सफ़र करते हुए आज श्रीनगर में समाप्त हो गया। समापन समारोह में राहुल गांधी ने भारतीय जनता और RSS पर निशाना साधा है।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मैंने बहुत कुछ सीखा। एक दिन मुझे बहुत दर्द हो रहा था। मैंने सोचा कि मुझे 6-7 घंटे और चलना होगा और यह मुश्किल होगा। लेकिन एक युवती दौड़ती हुई मेरे पास आई और बोली कि उसने मेरे लिए कुछ लिखा है। उसने मुझे गले लगाया और भाग गई। मैंने इसे पढ़ना शुरू किया। उसने लिखा, “मैं देख सकती हूं कि आपके घुटने में दर्द हो रहा है क्योंकि जब आप उस पैर पर दबाव डालते हैं, तो यह आपके चेहरे पर दिखता है। मैं आपके साथ नहीं चल सकती लेकिन मैं दिल से आपके साथ चल रही हूं क्योंकि मुझे पता है कि आप चल रहे हैं।” मेरे और मेरे भविष्य के लिए, ठीक उसी क्षण, मेरा दर्द गायब हो गया।”

उन्होंने कहा कि जब मैं कन्याकुमारी से आगे बढ़ रहा था तब मुझे ठंड लग रही थी। मैंने कुछ बच्चे देखे, वे गरीब थे, उन्हें ठंड लग रही थी, वे मजदूरी कर रहे थे और कांप रहे थे। मैंने सोचा ठंड में ये बच्चे स्वेटर-जैकेट नहीं पहन पा रहे हैं तो मुझे भी नहीं पहनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने मुझसे कश्मीर जाने के लिए वाहन से जाने को कहा था न कि पैदल जाने को। 3-4 दिन पहले एडमिन ने मुझसे कहा कि अगर मैं पैदल जाऊंगा तो मुझ पर ग्रेनेड फेंका जाएगा। मैंने सोचा कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं, उन्हें मेरी सफेद टी-शर्ट का रंग बदलकर लाल करने का मौका दिया जाए। मेरे परिवार ने मुझे सिखाया, और गांधी जी ने मुझे निर्भय होकर जीना सिखाया, नहीं तो यह जीना नहीं है। लेकिन जैसा मैंने सोचा था वैसा ही हुआ, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मुझे ग्रेनेड नहीं बल्कि प्यार दिया।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और RSS पर हमला करते हुए कहा कि मोदी जी, अमित शाह जी, RSS के लोगों ने हिंसा नहीं देखी है। वे डरते हैं, भाजपा का कोई नेता यहां पैदल ऐसे नहीं चल सकता इसलिए नहीं कि जम्मू कश्मीर के लोग उन्हें चलने नहीं देंगे बल्कि इसलिए क्योंकि वो डरते हैं।।