मनीष सिसोदिया ने एलजी को लिखा पत्र, शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करने का लगाया आरोप

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (21/01/2023): दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कल यानी शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके हालिया टिप्पणी ‘एलजी कौन हैं?’ के संबंध में पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था के बारे में आलोचना किया था। इसके जवाब देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज यानी शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखा है। इस बात की जानकारी मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके दिया है।

उन्होंने ट्वीट में कहा कि LG साहब ने कल एक पत्र में दिल्ली के शिक्षा विभाग पर कई झूठे आरोप लगाये थे। मैंने उनके पत्र का जवाब देते हुए अनुरोध किया है शिक्षकों के काम का मखौल न उड़ायें दिल्ली के शिक्षकों ने कमाल करके दिखाया है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने LG साहब से यह भी अनुरोध किया है कि संविधान में आपकी ज़िम्मेदारी क़ानून व्यवस्था ठीक करना है। आप क़ानून व्यवस्था ठीक कीजिए और हमें शिक्षा व्यवस्था ठीक करने दीजिए।

मनीष सिसोदिया ने पत्र में कहा कि “आप ने दिल्ली के शिक्षा विभाग के कामकाज की आलोचना करते हुए जो आँकड़े दिए हैं, वो झूठ हैं। दिल्ली के 60 हजार शिक्षक, 18 लाख बच्चे और उनके 36 लाख पेरेंट्स, जिन्होंने अपनी मेहनत से दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया है, वे सभी आहत और अपमानित महसूस कर रहे हैं।”

उन्होंने एलजी पर आरोप लगाते हुए कहा कि “आपको असत्य तथ्यों का सहारा लेकर इस तरह पूरी शिक्षा व्यवस्था को बदनाम नहीं करना चाहिए था। जैसे आप ने एक बहुत ही गलत तथ्य लिखा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या सोलह लाख से घटकर पंद्रह लाख रह गई है। जबकि हकीकत यह है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में वर्ष 2015-16 (हमारी सरकार बनने के पहले वर्ष में) छात्रों की संख्या 14 लाख 66 हजार थी जो अब बढ़कर 18 लाख हो चुकी है।”

मनीष सिसोदिया ने एलजी को सही आंकड़े बताते हुए दिल्ली के सरकारी स्कूल का सराहना किया है। साथ ही उन्होंने एलजी को उनकी जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि आप क़ानून व्यवस्था ठीक कीजिए और हमें शिक्षा व्यवस्था ठीक करने दीजिए।।