राहुल गांधी के ‘तपस्वी’ और ‘पुजारी’ वाले बयान पर मचा बबाल, “भारत जोड़ो यात्रा” को बंद करने की मांग तेज

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (10/01/2023): राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” कन्याकुमारी से कश्मीर तक जारी है। “भारत जोड़ो यात्रा” में राहुल गांधी के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता केरला, कर्नाटक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब होते हुए कश्मीर की ओर बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच हरियाणा के कुरुक्षेत्र में राहुल गांधी ने कहा कि वह एक तपस्वी हैं और तपस्या कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ पूजा करती है। वहीं कांग्रेस पार्टी तपस्या करती है। इस बयान के बाद से ही हिंदुस्तान में बवाल मचा है, तमाम हिंदुत्ववादी संगठनों ने राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” का विरोध करना शुरू कर दिया है।

इसी कड़ी में दिल्ली के जंतर मंतर पर अंतरराष्ट्रीय यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के तरफ से आज एक विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमें अंतरराष्ट्रीय यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने कहा कि राहुल गांधी ने साधु- संतों की अपमान किया है। यूनाइटेड हिंदू फ्रंट मांग करती है कि जल्द से जल्द राहुल गांधी “भारत जोड़ो यात्रा” बंद करें।

इसके साथ ही जय भगवान गोयल ने कहा कि राहुल गांधी “भारत जोड़ो यात्रा” नहीं बल्कि “भारत तोड़ो यात्रा” पर लगे हुए हैं। भगवान गोयल ने कहा कि राहुल गांधी ने साधु संतों का अपमान किया है। इसलिए अब साधु संत उन्हें बर्दाश्त नहीं करेंगे सबसे पहले उन्हें सार्वजनिक तौर पर साधु-संतों से माफी मांगनी चाहिए।

 

अंतरराष्ट्रीय यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के बैनर तले तमाम हिंदू नेताओं ने राहुल गांधी कि “भारत जोड़ो यात्रा” की आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी को तत्काल भारत जोड़ो यात्रा बंद कर देना चाहिए और साधु-संतों से माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही धरने में शामिल लोगों ने कहा कि भारत टूटा कब था जो राहुल गांधी जोड़ने की बात कर रहे हैं।

जय भगवान गोयल ने कहा कि राहुल गांधी अपने आप को तपस्वी बता रहे हैं, वह एक तपस्वी नहीं है। क्या तपस्वी की इतिहास राहुल गांधी जानते हैं। एक तरफ अयोध्या के संत उनकी तारीफ करते हैं तो दूसरी तरफ राहुल गांधी उनके खिलाफ बोलते हैं यही कांग्रेस पार्टी की मानसिकता है।

आपको बता दें कि राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” निरंतर जारी है। लेकिन इस बीच राहुल गांधी के तपस्वी वाले बयान पर नया विवाद शुरू हो चुका है, और हिंदुस्तान में हिंदू संगठनों द्वारा इसका विरोध भी होने लगा है। सवाल यह उठता है कि क्या वास्तव में राहुल गांधी ने हिंदुओं का अपमान किया है।