राजधानी में शिक्षकों का हल्ला बोल, कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (07/01/2023): राजस्थान की गहलोत सरकार से नाराज शिक्षक दिल्ली में सरकार के खिलाफ जबरदस्त धरने की तैयारी कर रहे हैं। आने वाले दिनों में भारी संख्या में राजस्थान के शिक्षक दिल्ली में कांग्रेस की मौजूदा सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने वाले हैं।आखिर राजस्थान में गहलोत सरकार से राजस्थान के शिक्षक क्यों नाराज हैं, क्या है उनकी मांगे इन तमाम मुद्दों पर संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने टेन न्यूज से बातचीत की।

हरपाल दादरवाल संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि राजस्थान प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लगातार लोक कल्याणकारी व कर्मचारी हित में संवेदनशील रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन योजना लागू कर एक ऐतिहासिक घोषणा की है और लगातार सभी वर्ग के कर्मचारियों के तबादले किए जा रहे हैं।

हरपाल दादरवाल ने बताया कि इस बीच शिक्षा विभाग के ग्रेड तृतीय शिक्षक से पता नहीं गहलोत सरकार क्यों खफा है। सरकार के 4 वर्ष पूर्ण होने पर भी शिक्षकों से लिए तबादला आवेदन पर कोई विचार नहीं करने पर प्रदेश के तमाम शिक्षक संघ एक संयुक्त शिक्षक मोर्चा बनाकर अगले कुछ दिनों में दिल्ली में एक आक्रोश रैली करेगी।

27 दिसंबर 2022 को आक्रोश रैली में राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर हजारों की संख्या में शिक्षक सरकार का ध्यानाकर्षण करवाने के लिए शामिल हुए। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज कर उनको खदेड़ा गया और संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।

 

हरपाल दादरवाल ने कहा कि संयुक्त शिक्षक मोर्चा के तरफ से दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन का आयोजन होगा। जयपुर के सेंट्रल पार्क में शिक्षक एकत्रित हुए थे और शिक्षा मंत्री से मिलने जा रहे थे तभी प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल को पुनः हिरासत में लेकर 3 दिन तक नजरबंद रखा गया शिक्षक पर लाठीचार्ज करना क्या सरकार का यही चरित्र है।

हरपाल दादरवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार से शिक्षक मोर्चा संघ मांग करता है कि जल्द से जल्द ग्रेड 3 शिक्षक के तबादला सूची जारी की जाए। शारीरिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया लगभग 5600 शारीरिक शिक्षकों को नियुक्ति दी जाए, जो दूर बैठे घर से लगभग 500 से 600 किलोमीटर शारीरिक शिक्षा के तबादले से वंचित रह जाएंगे तबादले तो लगभग 2000 ही है।

हरपाल दादरवाल ने मांग किया कि शिक्षकों का तबादला किया जाए नई भर्तियां में नियुक्ति दी जाए और प्रदेश के शिक्षकों कुछ राहत सरकार जल्द से जल्द देने की कोशिश करे। इस बीच दादर वालों ने कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो दिल्ली में जो प्रदर्शन होगा उसे सरकार को एक संकेत देने की कोशिश की जाएगी।

वहीं शिक्षक संघ ने खुले तौर पर राजस्थान की गहलोत सरकार को चेतावनी दी है कि शिक्षकों की मांग अगर पूरी नहीं होती है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सारे शिक्षक एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाएगी।