टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (05/01/2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जल पर प्रथम अखिल भारतीय वार्षिक राज्य मंत्रियों के सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण से जुड़े अभियानों में हमें जनता जनार्दन को, सामाजिक संगठनों को और सिविल सोसायटी को ज़्यादा से ज़्यादा जोड़ना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत जल सुरक्षा में अभूतपूर्ण काम कर रहा है और अभूतपूर्ण निवेश भी कर रहा है। जल संरक्षण के लिए राज्यों के प्रयास देश के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में बहुत सहायक होंगे। ऐसे में वाटर विजन @ 2047 अगले 25 वर्षों की अमृत यात्रा का एक महत्वपूर्ण आयाम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल संरक्षण के लिए जन भागीदारी की सोच को जनता के मन में जगाना है। हम इस दिशा में जितना ज़्यादा प्रयास करेंगे उतना ही अधिक प्रभाव पैदा होगा। देश हर जिले में 75 अमृत सरोवर बना रहा है और अब तक 25,000 अमृत सरोवर बन भी चुके हैं। जियो मैपिंग और जियो सेंसिंग जैसी तकनीक जल संरक्षण के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कई राज्यों ने इसमें अच्छा काम किया है और कई राज्य इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जल संरक्षण के लिए केंद्र ने अटल भू-जल संरक्षण योजना की शुरुआत की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने इस बजट में सर्कुलर इकोनॉमी पर काफी जोर दिया है। जल संरक्षण के क्षेत्र में भी सर्कुलर इकोनॉमी की बड़ी भूमिका है। जब ट्रीटेड जल को पुन: उपयोग किया जाता है, ताजा जल का संरक्षण किया जाता है तो उससे पूरे इकोसिस्टम को बहुत लाभ होता है।