आप सांसद राघव चड्ढा ने बीजेपी को दी खुली चुनौती, ‘हिम्मत है तो…’

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (24/12/2022): दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बहुमत से जीत हासिल की है। वहीं अब मेयर के चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद राघव चड्ढा ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी चोर दरवाजे से मेयर का चुनाव लड़ने जा रही है। साथ ही आप सांसद राघव चड्ढा ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी उस निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन करने वाली है।

आप सांसद राघव चड्ढा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा किया था कि वो मेयर का चुनाव नहीं लड़ेंगे और वो मेयर के चुनाव में अपनी कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं करेंगे। लेकिन अब खबर आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी निर्दलीय उम्मीदवार मेयर के चुनाव में खड़ा करने जा रही है और उस निर्दलीय उम्मीदवार को भारतीय जनता पार्टी के तमाम पार्षद समर्थन करके आम आदमी पार्टी को चुनौती देने जा रही है।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के रणनीति का स्वागत करते हुए कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी को एक सुझाव देना चाहता हूं। चुनाव लड़ने का अधिकार सबको है। आप अपनी पार्टी को सामने रखकर या सामने आकर मैदान में चुनाव लड़ें या पीछे से चोर दरवाजे से निर्दलीय चुनाव लड़ें फैसला आपका है। लेकिन मेरा यह सुझाव है कि इतना डर क्यों?

उन्होंने कहा कि “अगर मेयर का चुनाव लड़ना ही है तो सामने आकर लड़िए। आम आदमी पार्टी से सीधी टक्कर लीजिए। रण के मैदान में लड़िए। ऐसे पीछे से चोर दरवाजों से वार करना और एक निर्दलीय के स्वतंत्र के आजाद उम्मीदवार के सहारे, उसके कंधे पर रखकर बंदूक चलाना इतनी बड़ी पार्टी को जो अपने आप को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहती हैं उसे शोभा नहीं देता।”

उन्होंने कहा कि “अगर हिम्मत है तो सामने आकर चुनाव लड़िए। मेयर के चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार को खड़ा करके पीछे से वार करना, चोरी छुपे मैदान-ए-जंग में आकर जंग लड़ने की कोशिश करना शोभा नहीं देता। इससे बेहतर है हिम्मत जुटाओ, सामने आओ और अपनी पार्टी के नाम पर अपने बलबूते मेयर का चुनाव लड़ो।”

उन्होंने आखिरी में कहा कि “पीछे से पीठ पर वार तो कायर करते हैं। आप तो अपने आप को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहते हैं तो आप कायरों की तरह पीठ पीछे ये षड्यंत्र रचकर पीठ पर वार ना करें। सामने आएं और मेयर का चुनाव लड़ें। दिल्ली की जनता तय करेगी नगर निगम में किसका मेयर होगा और किसकी सरकार बनेगी।”